जीवन ये मझधार है, जहां संघर्ष इस पार और मंज़िल उस पार है हुनर सब सीख के बैठा हूं बस जीत की दरकार है। ख्वाहिशों की भरमार है, जहां जिम्मेदारियों की सरकार है फिर भी मेहनत बरकरार है हुनर सब सीख के बैठा हूं बस जीत की दरकार है। जीवन ये रंगमंच, हम कलाकार है तालियों की चाह में मुस्कुराए लगातार है सांसें बेवफा और धड़कने ये गद्दार है देखो हुनर सब सीख के बैठा हूं बस जीत की दरकार है। #NojotoQuote #sahayarishuda #hindipoetry #urdu #poetryworld #inspirational #quotes #motivational