वो एक वक्त था गुज़र गया माँ पदमिनी का बलिदान याद रह गया आज भी राजपूतों की शान मेवाड़ और चित्तोड़ है मिट्टी राजस्थान की आज भी चन्दन सी सुगंधित है ना कभी छला, ना कभी गलत किया सीना हमेशा चौड़ा, सर हमेशा ऊपर रहा आज भी रूह काँप उठती है हमारी उस वक्त को याद करके, हमारा उसूल सदा हमारे साथ रहा... एक फिल्म या कविता नहीं बयाँ कर सकती कि क्या थीं पदमिनी माता, राख तक ना मिली थी खिलजी को कोई क्या बताएगा राजपूतों की शान की गाथा... #yqbaba Rajput will never made away, Nor will be the Rajputana. तुम क्या हमसे जी हजूरी करवाओगे ए नादान हम तो खुद उस राजघराने से है .....! जिनसे बात करते वक्त लोग