क्या होता अगर तुम.. हमसे मिलने ना आते.. तेरे शहर में उस शाम के 2 घंटे.. हम ना जाने कहां बिताते.. आहिस्ता बीतता वक़्त और.. कुछ मजा ना होता किसी पल में किसके साथ ट्रैफिक जाम में फंसते कैसे हर लम्हे का लुफ्त उठाते... इतना दिल से बुलाया हमने तुम्हे.. आखिर तुम कैसे ना आते.. अगर मायने ना रखते इतने वो पल तो उन्हें शब्दो में ना सजाते.. तुम भी ये सब बाते पढ़कर ऐसे ना मुस्कुराते.. कभी तोड़ना ना ये दोस्ती.. क्यूंकि इससे बढ़कर हम और कुछ नहीं चाहते..!! #An_Evening_in_the_City_of_Lakes #withyou_Sunshine An answer to your question..! "2"