अलविदा मोहब्बत तेरी मुश्कुराहट पे नज़र अब नहीं रखेंगे, तेरी बातो का ख्याल दिल में अब नहीं रखेंगे तू खुश है, गर"नाज़िम"तो खुश ही रहा, एक तरफ़ा प्यार में अब, तुझसे कोई सरोकार नहीं रखेंगे। तेरी #मुश्कुराहट पे #नज़र अब नहीं रखेंगे, तेरी #बातो का #ख्याल दिल में अब नहीं रखेंगे तू #खुश है, गर "नाज़िम" तो खुश ही रहा, #एक #तरफ़ा #प्यार में अब तुझसे कोई #सरोकार नहीं रखेंगे। #khnazim