ना आश्ना और ना ही वो तरफ़दार था मेरा जो उतर ना सका कभी शायद वो बुखार था मेरा जानता ना था क़ज़ा आएगी यूं चेहरा बदलकर जिसे समझा मोहब्बत वही रसन-ओ-दार था मेरा खुदा के पैंतरे समझ सका है कहाँ कोई भला उसे ही मयस्सर हम ना हुए जो असल हकदार था मेरा ©KaushalAlmora #हकदार #क़ज़ा #बुखार #आश्ना #तरफ़दार #मोहब्बत #love #pyaar #kaushalalmora