स्वयं के साथ और अपनों के साथ हुऐ दुखद घटनाक्रमों का दोषी स्वयं को मानकर घृणित आभास करना बुरा नहीं हैं बुरा तो तब हैं जब उन गलतियों के लिऐ स्वयं को क्षमा ना कर पाओ, जबकी और लोग तुम्हें क्षमा कर चुके हैं, यह किसी नर्क पीड़ा सें कम नहीं हैं, गलतियों को स्वीकारना बुद्दिमानीं हैं और उनके लिऐ स्वयं को क्षमा करना परमार्थ हैं बस एक कदम बढ़ाना हैं बाकी राह आसान होगी, #forgiveyourself