पिता को तीसरा हम बनाते है.... और फिर कहते है पापा अपना प्यार कहा दिखाते है.... मां पर कविताएं, नज़्में, कहानियां और ना जाने क्या क्या लिख जाते है पिता पर लिखना तो जैसे भूल ही जाते है .... शब्द नहीं होते पिता पर लिखने को जब लिखने बैठे होते है .... और पिता को कहते है आप शब्दों में कहा कभी हमसे प्यार जताते हैं.... मां का प्यार पिता से ज्यादा होता है ये आंकड़े हम लगते है.... सच बताओ जब पापा अपने जेब की पाई पाई जोर दीवाली पर कपड़े दिलवाते है तो वो प्यार हम कैसे भुल जाते हैं.... मां अपने हिसे की रोटी भी हमे खिलाती है .... और पिता अपने जेब की हर पाई हमपर लूटाते हैं.... फिर क्यों भला हम ये सवाल कर जाते हैं.... कि पापा आप नहीं समझेंगे हम मां को बता कर आते हैं। #loveforfather #yqdidi #yqdada #yqbaba #yqhindi #yqhindiwriters Love you papa to infinite.....