इस रंग बदलते दुनिया में कौन किसका है, जो सादा है अक्सर वहीं ज्यादा बिकता है, बोली व्यवहार दिखता है बाकी सब कूस है, हम मुस्कुराए की हमसे कौन खुश है। पानी की चादर में मोती और सर्प भी है, हर मोड़ पे खुशियां और दर्द भी है, अपने पराए ये सारे मन का भूस है, हम ये देखे की हमसे कौन खुश है। माना रिश्तों के परत में अंतर बहुत है, कभी बरसात कभी मीठी सी धूप है, जाने किस रिश्ते का कैसा रूप है, हमको मतलब की हमसे कौन खुश है। तुम भी मेरे हो जाओगे मुझे ये यकीन है, क्यूंकि सब में घुल जाने का दिल शौकीन है, मन अपनी कमियों पे खामोश और चुप है, हम उनको देखे की हमसे कौन खुश है। इस फ़ैसले पे आख़िर दोनों ही ख़ुश नहीं हैं। #कौनख़ुशहै #collab #yqdidi #yourquoteandmine Collaborating with YourQuote Didi #yqbhaskar