जहां मिले अवनि अंबर से उस क्षितिज पर जो रखे स्वप्न मेरे हिस्से के जा कर ले लूं सबसे पहले बांध गठरिया भागू मैं ले अपने आकाश - धरा को सोनिया सूर्य प्रभा 16/04/2018 # स्वप्नों की गठरी