कुछ उलझे-सुलझे सवालों के ताने-बाने बुन रहा हूँ। किसी की कही-अनकही को वक़्त-बेवक़्त सुन रहा हूँ। कभी जाने-अनजाने किसी से करार-तकरार कर रहा हूँ। मिल जाये वक्त-बेवक्त मंजिल कोशिश बार-बार कर रहा हूँ। मिल जाये वक्त-बेवक्त मंजिल कोशिश बार-बार कर रहा हूँ। #NeverEndingHope#ByNeil #NojotoQuote #NeverEndingHope#ByNeil