दहेज़ रिश्तों की क़ीमत या लड़की की क़िस्मत शादी की क्यों ऐसी शर्त ? इंसानों को पैसों में तोलने की क्या ज़रूरत ? रिवाज़ या एक बुरी आदत जो लोगों ने बनाई है...उनकी सहूलियत नाही कोई विरोध, नाही कोई अफ़सोस...दिखाती है हमारे समाज की असलियत यही सोच... लड़कियों को बनाए बोझ जिसे मा बाप ढोए हार रोज़ ब्याह के नाम पर अहसान जताते है जो संसार चलाए, उसे ही कोसते है कमज़ोर कह कर अपने आप को ताकतवर साबित करते हो जिससे पैदा होते हो...उसे ही पैरों तले रोंद देते हो दहेज़ के नाम पर ,सब कुछ लूट लेते हो फ़िर उसिकी इज्ज़त का तमाशा बनाते हो याद रखना...तुम्हारी बीवी , किसी की बेटी है तुम्हारी बेटी भी किसी की बीवी बनेगी... #yqdidi #yqhindi #rulesoflogic #socialissues #socialevil #dowry #socialawareness #society