घुटण क्या होती है किसी बाप से पुछना,
जब ख्वाईश बच्चे की पुरी कर सके ना
भूख क्या होती है उन मॉं ओ को पुछना,
जो आंचल में छुपाकर लाती है खाना,
दर्द क्या होता है ऊस बच्चसें पुछना,
बीना मां बाप केही सीख लिया खुदको संभालना
ईश्क क्या होता है तुम ऊस मजनू से पुछना,
जो सिर्फ यांदो के अंधारेमे खत्म करता है जीना,