तेरी बिंदिया पे मर मिटने वाला आशिक इक मै भी था आज भी याद है तेरा मुस्कुराना रूप तेरी मुस्कान के लिए तड़पने वाला आशिक बस इक मै ही था ©Saurabh Raj Sauri तेरी बिंदिया