हसीन यादों के साए कुछ ऐसे मिले, जैसे पतझड़ के मौसम में बहार खिले, तबस्सुम से धीरे से मुझे पुकारना उसका, अधरों पर तेरे ही नाम का सिमरन फले। ♥️ यादों के साये ♥️ #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ अपने मित्रों के साथ कोलाब करें। ♥️ कोलाब करने के बाद "Done" काॅमेंट करें।