सोचते है की 10-15 हजार की नौकी से क्या होगा,, मगर हम ये नहीं समझते की घोसला तिनको तिनको से बनता है । घड़े बूंद बूंद से भरते हैं । और हमे बड़ा बनाने कोई फरीस्ता नही आते -2 you can understand समझ समझ का फेर