हमारे जानें से गम-ए-दहर में क्यों डूबे हो लोगों! अरे! अपनी जमींदारी पर लौटें हैं मरे नहीं हैं हम। -रेखा "मंजुलाहृदय" #RIPRahatIndori #Rekhasharma #August 11th, 2020