तेरे जिंदगी के कुछ पने अगर लिखें ही नहीं होते तो क्या हो जाता क्या दुनिया क्या सपने क्या चाहत ए रंजिश होती पर पने लिखें गए तब ही तो पढ़े गए किसी की किताब पढना गुनाह नहीं है पढ़लो किताब को मेरी पढ़ भी लो और सुना भी दो पर कुछ अपना भी लूँ तो सुना न पाउँगा सहन न कर पाऊँगा पर छोड़ भी न पाऊँगा पर अपना भी कैसे पाऊँगा कोई बात नहीं रो लूंगा थोड़ा मना लूंगा दिल को पर भूल ना पाऊँगा कुछ सपने ही अच्छे होते है जो देखे थे खुली आँखों से तू ख़ुश रहना *sorry* आप ख़ुश रहना मेरी सारी खुशियाँ आपको लग जाए जाना juju सब अब धीरे धीरे भुला दो किताबी पनो की कभी मत सुनाना किसी को भूल जाना याद आऊं तो मुझे गलत साबित कर देना मे खुशी के लिए गलत बन जाऊंगा पर अपना न पाऊँगा ख़ुश रहना हमेशा अच्छे से पॉजिटिव लोगो के साथ रहना गर्व हो सबको यही करना NvN Naveen