White शाम को मिलेंगे जब धूप कुछ कच्ची हो जायेगी जब पत्ते कुछ पीले हो जायेंगे जब थकान तन को तोड़ने लगेगी तो कुछ और आतुरता बढ़ जाएगी जब सब साथ छोड़ने लगेंगे तब तुम आना कुछ मैं कहूंगा कुछ तुम अपनी सुनाना। परिंदा ©परिंदा #Dussehra hindi poetry on life hindi poetry poetry lovers poetry Hinduism