Nojoto: Largest Storytelling Platform

White शाम को मिलेंगे जब धूप कुछ कच्ची हो जायेगी जब

White शाम को मिलेंगे
जब धूप कुछ कच्ची हो जायेगी
जब पत्ते कुछ पीले हो जायेंगे
जब थकान तन को तोड़ने लगेगी
तो कुछ और आतुरता बढ़ जाएगी
जब सब साथ छोड़ने लगेंगे
तब तुम आना 
कुछ मैं कहूंगा
कुछ तुम अपनी सुनाना।

परिंदा

©परिंदा #Dussehra  hindi poetry on life hindi poetry poetry lovers poetry Hinduism
White शाम को मिलेंगे
जब धूप कुछ कच्ची हो जायेगी
जब पत्ते कुछ पीले हो जायेंगे
जब थकान तन को तोड़ने लगेगी
तो कुछ और आतुरता बढ़ जाएगी
जब सब साथ छोड़ने लगेंगे
तब तुम आना 
कुछ मैं कहूंगा
कुछ तुम अपनी सुनाना।

परिंदा

©परिंदा #Dussehra  hindi poetry on life hindi poetry poetry lovers poetry Hinduism