निगाह-ए-नाज़ से वो सुर्ख़ रुख़्सार हो जाना मुहब्बत का नशा मौसम में बिसयार हो जाना हदीस-ए-दिलबरी ऐसी बताएँ क्या बताएँ निगाहें बस मिलाकर उम्र भर इज़हार हो जाना दमकती ज़िस्म की ज़ीनत मुहब्बत की यूँ रंगत से सनम के नाम से फिर इश्क़ का हर बार हो जाना। ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ आज का शब्द है "ज़ीनत" "ziinat" जिसका हिन्दी में अर्थ होता है शृंगार, सज्जा, सजावट, शोभा, रौनक़ एवं अंग्रेजी में अर्थ होता है beauty, elegance. अब तक आप अपनी रचनाओं में शृंगार शब्द का प्रयोग करते आए हैं। उसकी जगह आप इस उर्दू शब्द ज़ीनत का प्रयोग कर सकते हैं। ♥️ उदाहरण :- गुलशन की फ़क़त फूलों से नहीं काँटों से भी ज़ीनत होती है जीने के लिए इस दुनिया में ग़म की भी ज़रूरत होती है