ए हंसीं वादियां और ए नज़ारे दिल को छू लिया हमारे मन की चिंता तकलीफ़े दूर करके खुशियोंसे भर दिये आचल हमारे अजीबसी सुकून मिलता है इसकी गोद में मानो खुशियों का पुहार जलक रहा है इन वादियों में पल भर भी छोड़र जाने की मन नहीं है क्यों नहीं यहीं जिलूंजी भर के.. ©Anuradha Kulkarni #mountain #ಅನು_ಮನ #Anuradhakulkarni