इस मोहब्बत का हिसाब मैं लगाऊ कैसे वो रूठा है मै मनाऊं कैसे खुमार दर्देदिल का इस नादान को समझाऊं कैसे बाजारू हो गई है आज सारी मोहब्बतें कोई तो बताए , मैं मनाऊ कैसे फितरत है उनकी यूं झूठ बोल जाने की, उफ़ उनकी ये अदा मैं निभाऊ कैसे तर्क वितर्क में ऐसे उलझी हूं मैं वो पल दोबारा लाउ कैसे विचार विमर्श बहुत किया हमने बता ना, अपना प्यार मै जताऊ कैसे इस मोहब्बत का हिसाब मैं लगाऊ कैसे वो रूठा है मै मनाऊं कैसे #nojoto #hindi #poem #nojotopoem