जन्म से लेकर मौत तक संभाला है .............. फूल को ना चाह कर कट्टो पर भी चलना सिखाया हा..... डॉट तो बहुत खाई है लेकिन डॉट ने ज़िन्दगी भर के लिए कामियाबी की सीढ़ी चड़ाया है ............... मेरी मुस्कान ही सिर्फ अहम थी खुदके आंसू को छुपाया है .......... ज़िन्दगी में खुदने कभी चैन की दो सांस नहीं ली मुझे चैन से सोने के लिए ..... नरम बिस्तर सजाया है .......... मुझे आजादी देते हुए अपनी आजादी को छुपाया है । मेरे हर सपने को अपना बना पूरा करने में हर कदम बढ़ाया है ......... आज उनकी मेहनत कुछ इस कदर सफल पाएगी ............. उसकी संतान उसका ज़िन्दगी भर साथ निभाएगी । अगर ज़िन्दगी में कुछ हासिल किया है तो खुदा से प्यारी चांद सी मा, जन्नत की सेज़ सजाने वाले पापा को पाया है ............... ##मा पापा के नाम ##