तादाद में ज्यादा हैं खामोशियां मेरी, पर, तुमसे बात करना अच्छा लगता है, वैसे तो नादानियों से दूर है मेरा दिल, पर, तुम्हारे आगे अभी भी बच्चा लगता है, नहीं रहता होश, वक्त का आज -कल तुम्हारी बातों में दिन कुछ यूं गुजरता है, सोचती हूं तर जाऊं ये इश्क़ का समंदर, पर, ये दिल, तैरने में कच्चा लगता है,, Image - #pinterest #शाश्वती_हालदार #lovequotes #romantic