#DearZindagi लिख दिया मैने ये पैगाम मुहब्बत का.. कुछ भी हो फिर अंजाम मुहब्बत का.. समझकर उसकी बेवफाई को वफा.. जिंदगी को दिया मैने नाम मुहब्बत का.. खामोश हो चल रही हर सांस दिल की.. मिला यही मुझको इनाम मुहब्बत का.. गीत गाती कोयल पेड़ों के झुरमुट से.. बना गवाह दरख्त ए आम मुहब्बत का.. #पतंगा बनकर भटक रहा ये नादान.. लेकर बस हसीं वो नाम मुहब्बत का.. स्वरचित :- मुकेश राठौड़ पैगाम लिखा ये...💓