कुछ ख्वाब ख्यालों से चले जाएं तो सोएं बीते हुए दिन रात में न आए तो सोएं खुद की तो कोई परवाह नहीं है मां पर पूरा देश चैन से सोएं तो हम भी सोएं कुमार शिवेश झा