एक हद से ज़्यादा बड़ी उम्मीदों का दमन होता है। चाहत सोने की हो तो सीता का भी हरन होता है।। भीड़ में छुपी भीड़ को भीड़ ही समझना सुखनवर। इनकी बातों में राहत और हाथों में क़फ़न होता है।। और सच्ची मुहब्बत की तलाश में भटकते ही रहोगे। मिलेगा कुछ नहीं, बस ज़वानी का हवन होता है।। पहली दूसरी तीसरी छूट गईं आख़िरी की तलाश में। नादानी कहूं या ये भी, उम्र का दीवानापन होता है।। ये कहना ग़लत है कि मैं उसके इशारों पे जीता हूं। पर सच यही है कि मन, बस उसी पे मगन होता है।। पर सच यही है कि मन, बस उसी पे मगन होता है।। नादानी कहूं या ये भी, उम्र का दीवानापन होता है।। ©Shivank Shyamal #ishq #shivanksrivastavashyamal #shivankshyamalquotes #shayari #ghazal #quotes #love #romance