माँ, तुम मेरी शिल्पकार हो तुम प्रेरणास्रोत की धार हो विह्वल कुंठित स्वर रूपी प्यार हो हर कष्ट की चीत्कार हो संघर्ष अपरम्पार हो स्नेह की बौछार हो माँ, तुम मेरी शिल्पकार हो तुम्ही हो माया योग मे ईश्वर भी खेले गोद मे संभ्रात विश्व निर्मित किये और प्रेम को समृद्धि किये हर दुःख की मेरी वार हो सुख़ रूप सरोकार हो माँ, तुम मेरी शिल्पकार हो #nojotohindi #nojotokavita #inspiration #love #humanity #nojototales #nojotopoem नयनसी परमार