"सिग्नल"
सुबह का वक्त था, सब ऑफिस जाने की जल्दी में थे। फुटपाथ पर लोगों की रेलचेल लगी हुई थी। उसी रेलचेल में 'वो' भी था। चलते - चलते वो सिग्नल के करीब आया और सिग्नल लाल होने का इंतजार कर रह था। सिग्नल लाल हुआ, सारी गाड़ियां रुक गईं। सारे लोग रास्ता क्रॉस करने लगे, कुछ इधर से उधर तो कुछ उधर से इधर आए। वो भी रास्ते के उस तरफ जाने के लिए निकला, वो जब रास्ते के बीचों-बीच आया तब उसके करीब से होकर 'कोई' गुजर गई। सुबह की हल्की धूप में वह गहरे हरे रंग की साड़ी में अलग ही अनुभूति दे रही थी। उसने अपने लम् #LoveStory#ShortStory#yqbaba#yqhindi#hindistory#QuotesOfNikesh