Nirbahay.kumarsingh1@insta अभी जिंदा हूँ मैं, अभी शब्द आते है मेरे घर, नगमे,ग़ज़लें, शेर ले कर। अभी लिख सकता हो, मैं अपने जज्बात। जो कभी कह नही पता तुमसे। तुमसे बिछड़ने के बाद, ज्यादा पुख्ता हो गई है चाहत। तुम्हे यकीन न हो मगर। अभी जिंदा हूँ मैं।
https://www.facebook.com/Main-Or-Teri-Yaden-891845640971048/
निर्भय चौहान
निर्भय चौहान
निर्भय चौहान
निर्भय चौहान
निर्भय चौहान
निर्भय चौहान
निर्भय चौहान
निर्भय चौहान
निर्भय चौहान
निर्भय चौहान