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poetrypoetry3066
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डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313)

ख़ुद की तलाश में मुब्तला हूं...... youtube-https://youtube.com/@poetrypoetry2967

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डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313)

White जाने   कैसा   रस्ता   होगा?
मंज़िल तक जो जाता होगा।।
सूरज को छत पे रख आया,
तेरे  घर  से , आता  होगा।।

©डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313)
  #Sad_shayri
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डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313)

White ख़ुद  को  ख़ुद  तक  ला  पाते  तो अच्छा था।
जाते -  जाते   आ   जाते   तो   अच्छा   था।।

सुन  लेंगे , सोने  - चांदी  के  गीतों  को ,
ये  वामो - दर  भी  गाते  तो अच्छा था।।

दूरी  दिल की कब तक  बढ़ती  जाएगी?
अच्छे  हों ,रिश्ते - नाते  तो  अच्छा था।।

 किस्मत, कुत्ते - बिल्ली की भी  अच्छी है,
भर थाली  हम भी खाते तो अच्छा था।।

तूफ़ानों - बारिश , मिट्टी  का  घर  मेरा ,
होते  सर  पे  जो  छाते  तो अच्छा था।।

भूखा - प्यासा  हूं ,कह देना आंखों को ,
आंसू,  होटों  तक आते तो अच्छा था।।

जीने    की   बंदिश,  मरना  भी  मुश्किल  है,
ख़त, कातिल को लिख पाते तो  अच्छा  था।

©डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313)
  #sad_quotes
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डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313)

White बस, हंसने की लाचारी थी।
बच्चों  की जिम्मेदारी थी।।
थे   रिश्ते  - नाते, शीशे से,,,
पत्थर - सी,दुनियादारी थी।।

©डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313)
  #लाचारी
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डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313)

तय था सब कुछ,घर तक आए।
यूं  ना  पत्थर ,सर  तक  आए।।
राज़  न खुलता, मरता सच भी,
डरते  - डरते, डर  तक  आए।।

©डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313)
  #lakeview
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डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313)

तन्हा  कोई  घर  जाता है।
डर भी डर से डर जाता है।।

©डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313)
  #achievement
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डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313)

Life Like सच ना बोलूं तो क्या बोलूं?
घर में इक आइना भी है।।।

©डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313) #Lifelike SARA
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डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313)

Sea water रोशन  रोशन दर लगता है।
मां हो घर में घर लगता है।।

©डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313) #Seawater poonam atrey divya Sharma

#Seawater poonam atrey divya Sharma

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डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313)

उससे ही दुनियां देखूंगा।
उसने देखा क्या,देखूंगा।।
रब सा है तो रब से पहले,
उसका ही चहरा देखूंगा।।

©डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313)
  #चहरा  वंदना .... Anupriya Riya Soni NIKHAT (दर्द मेरे अपने है ) PФФJД ЦDΞSHI  Shalu narendra bhakuni Nîkîtã Guptā Sanjana Rina Giri  Sanjana divya Sharma sing with gayatri heartlessrj1297 Anupma Aggarwal  poonam atrey Shahnaz Ritu Tyagi Disha unnti singh

#चहरा वंदना .... Anupriya Riya Soni NIKHAT (दर्द मेरे अपने है ) PФФJД ЦDΞSHI Shalu narendra bhakuni Nîkîtã Guptā Sanjana Rina Giri Sanjana divya Sharma sing with gayatri heartlessrj1297 Anupma Aggarwal poonam atrey Shahnaz Ritu Tyagi Disha unnti singh #शायरी

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डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313)

साथ, यूं छूटे,
गोया यूं ही थे।
हांथ, यूं  छूटे,
गोया यूं ही थे।।

©डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313)
  #achievement
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डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313)

,#मिठ्ठू
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