भाग–भाग अब भ्रष्टाचारी
चहु दिशा यही राग हमारी
अब भड़क उठी जनता मेरी
बस बहुत हुआ !
ले ह्रदय में आग –आग
जनता मेरी अब जाग –जाग
ले खींच अब ....
तलवार हाथ में #यकदीदी#नेताऔरजनता#जनताकीआवाज़
रिंकी✍️
बेटी आंखो में जो चुभे
तब वो कांच हो गई
जब बेटी एक के बाद एक
बेटे की ख्वाहिश में
बेटी पांच हो गई
बड़ी तो पढ़ न सकी
उससे छोटी ठीक से बढ़ न सकी
बाकी के अभी बहुत छोटे है #बालिकादिवस#राष्ट्रीय_बालिका_दिवस#यकहिन्दी#यकबाबा
रिंकी✍️
तपाक से रोटी चकले पर बेली
और सटाक से तवे पर
बेलन पर बैठ गई उसकी हथेली
बेलन– चकले की सहेली
थोड़े सने आटे हाथो में
थोड़े अनमने ढंग से लगे
उसके कुछ बालों में #यकदीदी#यकबाबा#बेलन_और_रोटी
तुम्हारी पायलो की छन छन
सुबह होती है शुरू
और शाम को खत्म
तुम्हारी शैतानियों की कहानियां
कहता है घर का हर कमरा और आंगन
तुम्हारे बेतुके से सावल
और अटपटे से जवाब
तुम्हारी जिद्द और उस जिद्द में मेरी हार