Nojoto: Largest Storytelling Platform
nojotouser9437441350
  • 34Stories
  • 78Followers
  • 243Love
    123Views

ऋषि 'चित्रांश'

नवोदित साहित्यकार, अभी अभी डिम्ब से बाहर निकलकर कुछ लिखने की कोशिश कर रहा

  • Popular
  • Latest
  • Video
28ea89207ba8f8b694038c7b73f80acf

ऋषि 'चित्रांश'

गर्मी की रुत चली गई अब,
आई फुहारों की बौछार।
जीवन भी कुछ ऐसा ही है,
दुःखों से परे खुशियां अपार॥

©ऋषि 'चित्रांश' #GarajteBaadal Manish Sharma ओम भक्त "मोहन" (कलम मेवाड़ री) Mann Ashish Gupta RUHI. PAYAL SINGH

#GarajteBaadal Manish Sharma ओम भक्त "मोहन" (कलम मेवाड़ री) Mann Ashish Gupta RUHI. PAYAL SINGH #कविता

28ea89207ba8f8b694038c7b73f80acf

ऋषि 'चित्रांश'

#tech गोपालदास 'नीरज'

#tech गोपालदास 'नीरज' #कविता

28ea89207ba8f8b694038c7b73f80acf

ऋषि 'चित्रांश'

हमें ठंडक देने की खातिर, खुद को आग में झुलसाया,
हमने किये होंगे कुछ काम ऐसे, जो आप सा पिता पाया।

कितनी सर्द रातों में भी जब काम किया करते थे तुम,
हमें रजाई मुहैया करने, खुद को कितना उलझाया।

गर्म लू के थपेड़ों से भी लड़कर स्वेद बहाया तुमने,
इन स्वेदों से बना निवाला हम तक तुमने पहुंचाया।

बारिश में भी चैन कहां, ली साइकिल और निकल गए,
तरबतर हो हमारे लिए तुमने, एक से एक रेनकोट लाया।

कभी नहीं हुआ ऐसा कि, मुझे नहीं प्रोत्साहन मिला,
हर कदम पे, हर मोड़ पर मैंने, आपको संग अपने पाया।

आज आपके जन्मदिवस पर कुछ नहीं मांगता ईश्वर से,
स्वस्थ रहो तुम हो चिरायु, 
और कुछ मुझे नहीं भाया।

©ऋषि 'चित्रांश' #pitaji 

#lovebond #Prem
28ea89207ba8f8b694038c7b73f80acf

ऋषि 'चित्रांश'

ज़िंदगी ही तो है जहां कुछ बिगड़ा कुछ संवरा है,
तू साथ है मेरे तो सब समेट लेंगे जो कुछ बिखरा है।

न जाने अब तक कहां कहां भटकता रहा मैं उम्र भर,
रुका वहीं जहां प्यास लगी, देखा तो सारा सहरा है।

कभी कदम लड़खड़ाते कभी जुबां फिसली है मेरी,
जहां भी नज़र गई, हर तरफ दिखा मुझे अंधेरा है।

फिर इक रोशनी सी दिखी मुझे कहीं दूर जलती हुई,
उसकी ओर जब चल पड़ा तो देखा वो तेरा चेहरा है।

खिंचता जाता रहा तेरी तीर-ए-नज़र की तरफ,
फिर जब आया पास तेरे तो देखा, हर्फ तेरा ही पहरा है।

©ऋषि 'चित्रांश' #vacation
28ea89207ba8f8b694038c7b73f80acf

ऋषि 'चित्रांश'

किसी मोड़ पे गर दिख जाओ तो खुद मुड़ जाना,
के अब नहीं मुड़ सकती राह तो खुद मुड़ जाना।

कभी किया था वादा मैंने तेरे साथ चलने का,
अब मुड़ गई राहें मेरी के तू भी मुड़ जाना।

तेरे साथ देखे थे मैंने सपने कई हजार,
अब बिछड़ गया हूं तुझसे तो तू भी मुड़ जाना।

घुट-घुटकर मुझे मार डाला था तानों ने तेरे,
हो रहा हूं आजाद अब के तू भी मुड़ जाना।

साथ चलने को कोई मिले न मिले मुझे,
मैं अपनी राह चल पड़ा हूं के तू भी मुड़ जाना।

©ऋषि 'चित्रांश' #directions
28ea89207ba8f8b694038c7b73f80acf

ऋषि 'चित्रांश'

तेरे नाम से जुड़ा मैं और नाम तेरा मिटा भी दिया,
क्यों ये मैंने किया, कभी तुमने इस पर गौर किया?

©ऋषि 'चित्रांश' शेर

#Morning
28ea89207ba8f8b694038c7b73f80acf

ऋषि 'चित्रांश'

इस तरह तय हुआ सांस का ये सफर...

#gopaldasneeraj 

#Technology

इस तरह तय हुआ सांस का ये सफर... #gopaldasneeraj #Technology #कविता

28ea89207ba8f8b694038c7b73f80acf

ऋषि 'चित्रांश'

दुनिया में मिलते हैं लोग कैसे—कैसे,
कट रही है जिंदगी मेरी जैसे—तैसे।।

कभी पूछते हैं हाल वो मेरे दिल का,
कभी खुद मुहब्बत से मुकर जाते हैं कैसे।।

दिल में आज भी बाकी है कशिश उनके प्यार की,
आज भी करीब महसूस करता हुं उन्हें ऐसे।।

सितम खाते हैं मुहब्बत में सभी लेकिन,
एक अहसास है जाने तुमको बतायें कैसे।।

हर्फ उन्हें ही पाता हुं मैं अपने आस—पास,
फिर कहां चले जाते हैं वो जाने ऐसे।।

किस कदर प्यार है उनसे मैं बताउं कैसे,
कौन कहता है मुहब्बत को नहीं लगती नजर जैसे।।

आखिर क्या हुआ जो मुझसे दूर जाना हुआ,
क्या हुआ, क्यों हुआ, हुआ कैसे—कैसे।।

©ऋषि 'चित्रांश' #darkness #love #sad #gazal
28ea89207ba8f8b694038c7b73f80acf

ऋषि 'चित्रांश'

इस दुनिया में किसी का कोई नहीं होता,
अपना वही है, जिसने कोख में रखकर हमें पाला है

@rishi 'chitransh' #Wall
28ea89207ba8f8b694038c7b73f80acf

ऋषि 'चित्रांश'

हमदर्द होने का दावा दुनिया का हर शख्स करता है,
हमदर्द की जरूरत पे ही साथ छोड़ जाता है

-@shayar chitransh #twilight
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile