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mahaz3140272183568
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महज़

Instagram ID: mahaz.31 "महज़ एक इत्तफाक न था तुमसे मिलना। सायद पिछले जन्म का कर्ज होगा, जो तुम्हें लौटाना।"

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महज़

White चिंता न कर, दुनिया में तमाशे होते रहेंगे। 
सभी अपने-अपने किरदार दिखाते रहेंगे।

जीवन के रंगमंच में सदा रंग भरते रहेंगे!
कुछ हंसेंगे, और कुछ आंसू बहाते रहेंगे।

कभी सच के सौदे, कभी झूठ के सौदे।
हम भी अपनी किस्मत आज़माते रहेंगे।

गुज़रते वक़्त का न कोई घर न ठिकाना!
लोग आएंगे जाएंगे फिर दूरियाँ बढ़ाते रहेंगे।

तेरे मेरे हिस्से की बातें अभी तो बाकी हैं।
बैठ दिल से, दिल के किस्से सुनाते रहेंगे।

©महज़ #GoodNight
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महज़

White हवा सी तेज गति से तुम बचना।
मुश्किल को तुम हल्के में रखना।
चाहे राह में मिले कंकड़ पत्थर!
हौसलों को हरlदम ऊंचा रखना।

होले होले पर सदा तू चलते रहना।
रुकावटों से तू कभी न घबराना।
कदम-कदम पे नया रास्ता बनाना।
विश्वास को अपने दिल में जगाना।

मंजिल जब आसान दिख जाएगा!
सफर इसका कठिन बन जाएगा।
फिर तू हिम्मत को डाल बनाना।
हर मुश्किल पर तुम वार करना।

तेज़ गती नहीं, स्थिरता में है जीत!
तू होले-होले चल, बस यही है प्रीत।

©महज़ #Sad_Status
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महज़

White सच को झूठ से दबाने का क्या फायदा।
झूठ का शहरा सजाने का क्या फायदा।

रहे सफ़र मे हमसफ़र का साथ तो मज़ा!
वरना तन्हा मंज़िल पाने का क्या फायदा।

हौसला चाहिए लुटाने को दौलत अपनी!
न करे दान, तो कमाने का क्या फायदा।

देखें है ख़्वाब बड़े, उड़ान भी ऊंचा भरे!
गर कटे पर तो डर जाने का क्या फायदा।

जिंदगी है सफ़र, मंज़िलों का नाम नहीं!
तो राहों से नज़रें चुराने का क्या फायदा।

इश्क़ हो या हयात, सच के साथ चलो!
दिखावे में फंस जाने का क्या फायदा।

दिल में हो प्यार तो हर ग़म लगती हसीं!
ख़ुशी को यूँ ही छुपाने का क्या फायदा।

©महज़
  #sad_quotes
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महज़

White उसने कहा जुदा होने का मंज़र आ गया है।
तबसे मेरी आंखों में बस समंदर आ गया है।

इश्क़ की राहों में इश्क़ की वो बहारें खो गईं!
अब हर लम्हा मेरे दिल पे पत्थर आ गया है।

जिनके इंतज़ार में थे बरसों से खड़े रात दिन!
अब कह रहा सफ़र मे कोई और आ गया है।

मोहब्बत की बातें अब किताबों में ही रह गईं!
हक़ीक़त में बस ज़ख़्मों का असर आ गया है।

हमने ख़्वाब सजाए थे जिन आँखों में कभी!
अब उनमें भी वीरानियों का असर आ गया है।

वो खुबसूरत बस्ती अब वीरान सी लगती है!
दिल मे अब एक अजीब सा बंजर आ गया है।

तन्हाई में अक्सर उसकी यादें घिर आती हैं!
अब तो हर लम्हे में एक ज़ख्म गहर आ गया है।

रात भर तलाश करता हूँ मैं सुकून की बारिश!
लेकिन अब तो हर तरफ बस अंधेर आ गया है।

©महज़
  #sad_quotes  sad urdu poetry

#sad_quotes sad urdu poetry #Poetry

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महज़

दर्द को शराब में मिला के पीते गए।
फिर यूँ हुआ के हम मुस्कुराते गए।

पुरानी तस्वीर जो आंखों में समाई!
फिर यादों को धूएं में जलाते गए।

अब तो हमें साज़िशें भी जानने लगीं!
आंसुओं संग खुद को बहलाते गए।

भाड़े के घर को अपना समझा है मैंने!
खुद को वफ़ा के सागर में डुबाते गए।

करने लगे जब ज़ख्मों ने मुझसे सवाल!
खामोशी की चादर खुद पे ओढ़ाते गए।

ख्वाहिश थी हमसे दूर जाने की उनको!
फिर नजदीकियों पे कांटे बिछाते गए।

जब से दिल में बसा लिया मैने उनको!
फिर दिल मे यादों के दीये जलाते गए।

©महज़
  #Childhood
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महज़

White अभी तनक़ीद कर रहें हैं जो लोग, मेरी दीवानगी का।
एक दीन फक्र करेंगे सभी वो लोग, मेरी दीवानगी का।

©महज़
  #Sad_Status
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महज़

White मैं बूरा हूं, बहुत बूरा हूं, सबसे बूरा हूं, सारे जहां में बूरा हूं।
मालूम है मुझे, पाने के लिए खोना परता है, इसलिए बूरा हूं।

©महज़
  #GoodMorning
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महज़

White मंज़िल हमेशा सब्र मांगती और सब्र हमेशा वक़्त।
वक़्त की बेरुख़ी देखो, रहता है बेवफ़ा हर-वक़्त।

©महज़
  #indian_akshay_urja_day
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महज़

White ख्वाबों की उड़ान भर लो तुम, क्यूंकि आसमान तुम्हारा है।
कल तुम आसमां से मिलोगे, वो कहेगा ये जहां तुम्हारा है।

©महज़
  #Sad_shayri
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महज़

White बहन तुम भी कितना कमाल करती हो!
इक धागे से मौत का रुख़ मोड़ देती हो।

तुम अपने लहज़े की मिठास से सभी के,
दिल की खरोचों को तुम जोड़ देती हो।

दुआओं में तुम्हारी बहुत असर है बहना!
मुश्किलों के आगे वक्त को तोड़ देती है।

मेरी आंखों में तुमने जब भी आंसू देखा!
अपने हौसलों से तुम सबको फोड़ देती।

जब भी गिरता हूं तुम हाथ थाम लेती हो!
मेरी कांपती सांसों को झगझोड़ देती हो।

बहन तुम भी कितना कमाल करती हो!
हर रूप में तुम भी खुद को मोड़ देती हो।

©महज़
  #raksha_bandhan_2024
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