मेरी हर नज़र में बसी है तू, 🙃
मेरी हर क़लम पे लिखी है तू, 🌥
तुझे सोच लूँ तो ग़ज़ल मेरी, 🌥
न लिख सकूँ तो वो ख्याल है तू । 🙃🌻🤐😎
- via bkb.ai/shayari #Shayari
Prakash Kumar viswkrma
करनी है खुदा से गुजारिश, 😊तेरी दोस्ती के सिवा कोई बंदगी न मिले, 🌷हर जनम में मिले दोस्त तेरे जैसा, 🤐या फिर कभी जिंदगी न मिले। 🙌🤐🌺🌼
- via bkb.ai/shayari #Comedy
Prakash Kumar viswkrma
तेरा प्यार मेरी जिंदगी में
बहार ले कर आया है, 🌥
तेरे आने से पहले हर दिन
पतझड़ हुआ करता था । 😎🌥💐💐
- विपुल कुमार via bkb.ai/shayari #Comedy
Prakash Kumar viswkrma
यह बात, ☀️ यह तबस्सुम, 👌
यह नाज, 🙂 यह निगाहें, 🌈
आखिर तुम्ही बताओ
क्यों कर न तुमको चाहें। 🌷🌷🙂😎
- via bkb.ai/shayari #Comedy
Prakash Kumar viswkrma
ये नजर चुराने की आदत
आज भी नही बदली उनकी, 😎
कभी मेरे लिए जमाने से और
अब जमाने के लिए हमसे। 🌥☀️🙌😲
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Prakash Kumar viswkrma
हम से बिछड़ के फिर किसी के भी न हो सकोगे, 😊
तुम मिलोगे सब से मगर हमारी ही तलाश में। ☀️🌺🙏🤐
कुछ अलग ही करना है तो वफ़ा करो दोस्त, 😊
बेवफाई तो सबने की है मज़बूरी के नाम पर। 💐🌥🙂🙈
बढ़ा के प्यास मेरी उस ने हाथ छोड़ दिया, 🤐
वो कर रहा था मुरव्वत भी दिल्लगी की तरह। 🌈🙌🌼😊
महफ़िल में गले मिल के वो धीरे से कह गए, 🌺
ये दुनिया की रस्म है मोहब्बत न समझ लेना। 💐😊👌💐 #Comedy
Prakash Kumar viswkrma
लिख-लिख कर मिटा दिए
तेरी बेवफाई के गीत, 🙌
किया करती थी
तू भी वफ़ा एक ज़माने में। 👌🌥😲☀️
- via bkb.ai/shayari #Comedy
Prakash Kumar viswkrma
यह बात, ☀️ यह तबस्सुम, 👌
यह नाज, 🙂 यह निगाहें, 🌈
आखिर तुम्ही बताओ
क्यों कर न तुमको चाहें। 🌷🌷🙂😎
- via bkb.ai/shayari #Comedy
Prakash Kumar viswkrma
पता नहीं लबों से लब कैसे लगा लेते हैं लोग
तुमसे नजरें भी मिल जाये तो होश नहीं रहता । ☀️👌🌷🌈
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Prakash Kumar viswkrma
वही रंजिशें वही हसरतें, 🌈
न ही दर्द-ए-दिल में कमी हुई, 🌻
है अजीब सी मेरी ज़िन्दगी, 🌷
न गुज़र सकी न खत्म हुई.... ☀️🌥। 🌼🙂👌🌈
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