तीर-ए-नज़र देखेंगे, ज़ख्म-ए-जिगर देखेंगे तीर-ए-नज़र देखेंगे तीर-ए-नज़र देखेंगे, ज़ख्म-ए-जिगर देखेंगे तीर-ए-नज़र देखेंगे, ज़ख्म-ए-जिगर देखेंगे जान लेवा है मोहब्बत का समा आज की रात शमा हो जयेगी जल जल के धुंआ आज की रात आज की रात बचेंगे तो शेहेर देखेंगे आज की रात बचेंगे तो शेहेर देखेंगे तीर-ए-नज़र देखेंगे, ज़ख्म-ए-जिगर देखेंगे तीर-ए-नज़र देखेंगे आप तो आँख मिलाते हुए शरमाते हैं आप तो आँख मिलाते हुए शरमाते हैं आप तो दिल के धड़कने से भी डर जाते हैं फिर भी ये ज़िद्द है के हम ज़ख्म-ए-जिगर देखेंगे तीर-ए-नज़र देखेंगे, ज़ख्म-ए-जिगर देखेंगे तीर-ए-नज़र देखेंगे तीर-ए-नज़र देखेंगे, ज़ख्म-ए-जिगर देखेंगे तीर-ए-नज़र देखेंगे, ज़ख्म-ए-जिगर देखेंगे हो प्यार करना दिल-ए-बेताब बुरा होता है प्यार करना दिल-ए-बेताब बुरा होता है सुनते आये हैं के ये ख्वाब बुरा होता है आज इस ख़्वाब की ताबीर मगर देखेंगे आज हम अपनी दुआओं का असर देखेंगे तीर-ए-नज़र देखेंगे, ज़ख्म-ए-जिगर देखेंगे तीर-ए-नज़र देखेंगे आज हम अपनी दुआओं का असर देखेंगे तीर-ए-नज़र देखेंगे, ज़ख्म-ए-जिगर देखेंगे तीर-ए-नज़र देखेंगे
Mohd Zeeshan(CHIRAG)