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nirjalagupta8213
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निर्जला गुप्ता

I am the story, I am the character, I am the one who writes, I am also in the interview... Love of Hindi literature❣️

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निर्जला गुप्ता

लंबी प्रतीक्षा के बाद जब प्रेम लौट 
आता है तो लगता है,आपके प्रेम
में ईश्वर लौट आए है।

©निर्जला गुप्ता #Flower
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निर्जला गुप्ता

कविताएं कभी लिखी ही नहीं जाती यदि, प्रेम अपने 
प्रेमी से मिलता जो कविताओं से 
मिलता है हमें..!

©निर्जला गुप्ता
  #Sitaare
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निर्जला गुप्ता

कहानियों के कई रंग होते है...
प्रेम के रंग,गरीबी के रंग,
सफलता के रंग ,जीत के रंग 
खामोशी के रंग,हर्ष और उल्लास के रंग
इन सब रंगों को पढ़ते हुए लगता है जिंदगी 
सच में कितनी रंगीन है पर,हमने ही 
असल जिंदगी में बस कुछ बेकार के
फीके रंगों को लेकर बैठ जाते है और कहते है
जिंदगी बिल्कुल बेरंग सी हो गई है जबकि,जिंदगी 
कभी बेरंग होती ही नहीं है बस हमने ही थोड़े कम
आकर्षक रंगो से नाता जोड़ लिया होता है।रंग 
तो अनेक है ही बस जरूरी है तो सही और 
आकषर्क रंगो का चुनाव करना।

©निर्जला गुप्ता
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निर्जला गुप्ता

सफ़र में अंधेरा तो बहुत मिलेगा पर,तुम्हें अपने हौसलों 
से रोशनी बनानी होगी।

जीवन में कष्ट तो बहुत होगा पर,तुम्हें उनमें भी
खुशियां ढूंढनी होगी।

तुम्हें प्रेम भी होगा और विरह के दिन भी आयेंगे,तुम्हें
बस उस पर भरोसा करना होगा फिर अच्छे दिन
भी आयेंगे।

मुश्किलों की लंबी रात होगी और निराशा के बादल
भी छाएंगे,तुम्हें बस खुद पर विश्वास करना
होगा देखना...फिर आंखों में जीत के
आसूं भी आयेंगे।

फिर तुम होगी,तुम्हारी जीत होगी
जीवन में फिर ये रीत होगी..!

©निर्जला गुप्ता #parent
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निर्जला गुप्ता

शीतल मन की छाया में वास करता है वो,
आधुनिकता के इस युग में भी साथ रहता है वो।
प्रेम की परिकाष्ठा में संतुलित करता है वो,
तुम्हारे भूल जाने पर भी तुम्हें याद रखता है वो।
पूरे ब्रह्मांड में सर्वत्र पूजा जाता है वो,
कभी सीता का राम तो कभी राधा का 
श्याम बनता है वो।
अधर्म को हराने हर बार आता है वो,
युग युग में अवतार लेकर गीता ज्ञान दे जाता है वो,
तेरह कलाओं में निपर्ण त्रेता का राम बन जाता है वो,
फिर भी न माने यदि धर्म को पापी दुष्ट आत्माएं तो 
द्वापर का कृष्ण बन जाता है वो।
अपने हरी रूप से सबका मन मोह लेता है वो,
तो अपने भक्तों की रक्षा में नरसिंह बन जाता है वो।
शीतल मन की छाया में वास करता है जो,
राधे कृष्ण राधे कृष्ण जिसे मन कहता है वो।
राधे कृष्णा ❤️

_निर्जला गुप्ता🍁

©Nirjala Gupta #Radheradhe #RadhaKrishna❤️

#Radheradhe RadhaKrishna❤️ #Poetry

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निर्जला गुप्ता

प्रेम के बदले यदि प्रेम की मांग नही होती 
तो,जीवन में इतनी त्राहिमाम नही 
मची होती।

©Nirjala Gupta
  #Likho प्रेम के बदले यदि प्रेम की मांग नही होती 
तो,जीवन में इतनी त्राहिमाम नही 
मची होती।
#जिन्दगी

#Likho प्रेम के बदले यदि प्रेम की मांग नही होती तो,जीवन में इतनी त्राहिमाम नही मची होती। #जिन्दगी

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निर्जला गुप्ता

हारा हुआ व्यक्ति पेड़ के उस सूखे पत्ते के समान होता है जो इसलिए गिरा दिया जाता है ताकि वो फिर से अपना सृजन और विकास कर सके।

©Nirjala Gupta
  #alone
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निर्जला गुप्ता

जिंदगी अफवाहों में गुम हो जाए, इसके पहले क्यों ना इसे खुल के जी लिया जाए।
खुद से कहीं नफ़रत ना हो जाए,इसके पहले क्यों ना खुद से प्रेम कर लिया जाए।
सपने अंधेरे रास्तों में कहीं खो न जाए,
इसके पहले क्यों ना रोशनी में एक बार देख लिया जाए।
सहनशीलता कहीं मौन न बन जाए,इसके पहले क्यों ना आवाज़ उठा ली जाए।
प्रेम कमजोरी ना बन जाए इसके पहले क्यों ना उसे अपनी ताकत बना ली जाए।
सपने अधूरे ना रह जाए इसके पहले क्यों ना उसे पूरा कर लिया जाए।
सूरज डूब ना जाए इसके पहले क्यों ना
उससे ऊर्जा ले ली जाए।
चांद मेघों में कहीं छिप ना जाए, इसके पहले क्यों ना उसकी शीतल छाया में तृप्त हो जाए।
गंगा की धारा तीव्र ना हो जाए इसके पहले क्यों ना उसमें पापों को धो लिया जाए।
भौतिक जगत की माया में ये जीवन कहीं बीत ना जाए इसके पहले क्यों ना जन्म मरण के इस चक्रव्यूह का भेद समझ लिया जाए।
कलयुग की इस नगरी में घूमते घूमते कहीं देर ना हो जाए इसके पहले क्यों ना इसके पीछे का सत्य जान लिया जाए।
जिंदगी अफवाहों में गुम हो जाए,इसके पहले क्यों ना इसे खुल के जी लिया जाए।

निर्जला गुप्ता

©Nirjala Gupta #lonely
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निर्जला गुप्ता

जन्म से लेकर मृत्यु 
तक औरतें हमेशा जलती 
ही रहती हैं,कभी प्रसव पीड़ा
की जलन,तो कभी विदाई
की जलन,तो वहीं प्रेमिका 
होने का जलन,तो कहीं पत्नी
होने का जलन,शायद इसीलिए 
औरतें अग्नि का 
रूप होती हैं।

©Nirjala Gupta
  #डियर_जिंदगी
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निर्जला गुप्ता

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