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thehimalayanyogi2618
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The_Himalayan_Yogi

I'm Pahadi😍 (Yoga Instructor)

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The_Himalayan_Yogi

Tahjeeb hafi♥♥♥

Tahjeeb hafi♥♥♥ #Shayari

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The_Himalayan_Yogi

Tahjeeb hafi♥

Tahjeeb hafi♥

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The_Himalayan_Yogi

जिंदगी में  किसी से शिकायत न हो....
अपनों से कभी कोई बगावत न हो.... 
आज है जो वो कल तो रहेगा नहीं... 
दिल में दिखावे की कोई सजावट न हो...
#सौरभ चंद्र रमोला
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The_Himalayan_Yogi

❤♥❤ किसकी शायरी hai ये

❤♥❤ किसकी शायरी hai ये #Shayari #nojotovideo

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The_Himalayan_Yogi

Is she your Girlfriend?
"No, she is my crime partner." ..
but a boy and girl cannot be just friends." Lol, sericusly, just look et us, know we look like a couple, but we are not.
 We are friends until death. 
We both know what happens when you enter a relationship. 
So, soul friends for life."
🐱❤️🐀 friendship

friendship

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The_Himalayan_Yogi

sandeep dwevedi sir

sandeep dwevedi sir

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The_Himalayan_Yogi

जहाँ न बस्ता कंधा तोड़े.. 
ऐसा हो स्कूल हमारा...... 
#गिरीश तिवारी "गिर्दा"
#The_HimalayaN_Yogi
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The_Himalayan_Yogi

तुममें संचित मैं जितना भी हूँ.... 
बस उतना ही मैं बाकी बचा हूँ.... 
इस जगत के बीच में अब......
थोड़ा बहुत ही शेष बचा हूँ.... 
सुख -दुख लाभ हानि अनेकों तरह के विचारों से 
मन की तमाम अवस्थाएं भी लुप्त हो गई हैं.... 

ढल चुका हूँ मैं तुम में एक उम्र के पड़ाव जैसा.... 
चाहूँ भी वापिस जाना तो असंभव सा लगता है... 
तुम आवाज़ दो मुझे कभी पुकारो तो सही 
कभी क्षण भर कर मुझे स्वीकारो तो सही 
शायद देह साथ न आये मेरी तुम्हारे 
तुम एक बार रूह को पुकारो तो सही 

हाँ.... 
तुममें खो कर मैं बस इतना ही अवशेष बचा हूँ 
कि तुममें संचित मैं जितना भी बचा हूँ... 
बस उतना ही अब मैं शेष बचा हूँ.... 

  लेखन- द हिमालयन योगी  ❤ 😀❤पहाड़न❤😀

😀❤पहाड़न❤😀

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The_Himalayan_Yogi

तुममें संचित मैं जितना भी हूँ.... 
बस उतना ही मैं बाकी बचा हूँ.... 
इस जगत के बीच में अब......
थोड़ा बहुत ही शेष बचा हूँ.... 
सुख -दुख लाभ हानि अनेकों तरह के विचारों से 
मन की तमाम अवस्थाएं भी लुप्त हो गई हैं.... 

ढल चुका हूँ मैं तुम में एक उम्र के पड़ाव जैसा.... 
चाहूँ भी वापिस जाना तो असंभव सा लगता है... 
तुम आवाज़ दो मुझे कभी पुकारो तो सही 
कभी क्षण भर कर मुझे स्वीकारो तो सही 
शायद देह साथ न आये मेरी तुम्हारे 
तुम एक बार रूह को पुकारो तो सही 

हाँ.... 
तुममें खो कर मैं बस इतना ही अवशेष बचा हूँ 
कि तुममें संचित मैं जितना भी बचा हूँ... 
बस उतना ही अब मैं शेष बचा हूँ.... 

  लेखन- द हिमालयन योगी  ❤ 😀❤पहाड़न❤😀

😀❤पहाड़न❤😀

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The_Himalayan_Yogi

 डायरी -एक बिन पढ़ा खत"

डायरी -एक बिन पढ़ा खत"

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