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vickysharma3971
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Vikas sharma

"shayrana vikasblog" my youtube channel....

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Vikas sharma

White हर पल हो.. सांवरिया के संग
फ़लक़ में बिखरा रहे यूँ ही केसरिया रंग

©Vikas sharma #good_night केसरिया संग

#good_night केसरिया संग #लव

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Vikas sharma

#poetryunplugged पाया भी नही है

#poetryunplugged पाया भी नही है #लव

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Vikas sharma

#love_shayari
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Vikas sharma

White ख़ामोशी चुन लेते हैं.कोई फ़रियाद नही करते 
इश्क़ में.डूबते हैं.ये दरिया तैरकर पार नही करते

शिकायतें रूठ जाती है..तो रूठ जाये
उन सुर्ख़ आँखों से..यूँ सवाल नही करते

ज़मानें का ये ऐब भी..सीख लिया है हमने
अक्सर झूठ बोल देते हैं कि.याद नही करते

बीच सफ़र में रास्ते बदल लिये है.तो क्या
उन्हें भूलने में,यूँ साँसें बेकार नही करते

सुख-चैन सारे गिरवी रखे है.. दर पे तेरे
कैसे दीये वाले हो.अँधेरे से प्यार नही करते

खुशबू बन फ़िज़ा में बिखर जाते होंगें शायद
ख़्वाब.. जो टूटने पर भी आवाज़ नही करते

शाम  है. साथ  है.. और है ढेर सारी बातें
कहने को तो सच है.कोई इबादत नही करते
@विकास

©Vikas sharma
  टूटते ख़्वाब

टूटते ख़्वाब #लव

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Vikas sharma

White समझने वाले तो इस बारिश को समझ ही रहे
ये बूँदें बरस रहीं.या अरमां है जो पिघल रहे

कहीं कोई चाँद है.हर दिन जिसके टुकड़े गिर रहे
कहीं तारों का एक कारवाँ है. रातभर चल रहे

इतनी ग़ौर से तो तस्वीर..देखता ना था वो
जाने ये कैसे दीये है.. जो आंधियों में जल रहे

लबो पे लब्ज़ नहीं..पर बातें होती रहे
आज जुदा भी हो तो ऐसे .कि कल मिल रहे

इस धूप के बाद .कस्तूरी शाम भी तो होगी
ये ख़्याल है कि उम्र भर. साथ साथ चल रहे

उसके बाद यूँ तो कोई ग़ज़ल ही ना पढ़ी
लम्हें है कि .कागज़ों में रह रहकर खिल रहे

सहर में भी कभी ,चाँद जो नज़र आ जाये तो
ये ग़ुलाब भी फिर..सारा सारा दिन महक रहे

@विकास

©Vikas sharma
  #rainy_season बारिश

#rainy_season बारिश #लव

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Vikas sharma

White चाँदनी बरस रही है अभी .राहों में कहीं कोई अँधियारा तो नही
नज़र दूर तलक गयी फ़लक में.मुरादों वाला अब कोई तारा तो नही

सुकूँ की चाहत संजोए .पहुँच तो आये अपनो की महफ़िलों में
लौटे तो आँसू क्यूँ बह निकले..किसी ने रूलाया तो नही

पलट पलट के देख रहे हो जाने किसका गुमान है
इन ख़ामोश राहों में .नाम से किसी ने पुकारा तो नही

मिलते होंगें लोगों को सिरहाने रखे देखा हुआ ख़्वाब
ख़्वाबों में ही महसूस हो जाता है हमें. ये ख़्वाब हमारा तो नही

जितनी संभाल के रखता है.उतनी ही टूट जाती है उम्मीदें
चेहरे में फिर भी हँसी का ये मंज़र..कोई पुराना तो नही

आँधी है कि उड़ा ले गयी उस टूटे हुये पत्ते को
गुमनामी के  इस सफ़र का ..यहाँ कोई किनारा तो नही

@विकास

©Vikas sharma
  #alone_quotes गुमनामी

#alone_quotes गुमनामी #लव

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Vikas sharma

White गुजरते हर इक लम्हे देख रहे है मुस्कुराते हुये
इन वीरानों से भी निकल जायेंगे गुनगुनाते हुये

पलकों में..दुआओं में.. तो कभी किताबों में
अक्स शायद उभर ना जाये . राज़ छुपाते हुये

कच्चे धागे से थामे रक्खा था जिन्हे अब तक
उन पतंगों को भी देखा है हमने तूफानों  को आजमाते हुए

जलती हुई लौ के तले तो हमेशा अंधेरा ही रहा
कभी शाम भी गुजरती है,आईने को ये समझाते हुये

परवाह.फिक्र. जिक्र..अपनेपन का वो वहम
राही सफर में थक सा जाता है..अकेले इन सामां को उठाते हुये

कोई बस जाता है किसी ख़ालीपन में कहीं
कहीं कोई है जो खामोशी से घुल जाता है, खुशबू फैलाते हुये

@विकास

©Vikas sharma
  #rajdhani_night राह के मुसाफ़िर

#rajdhani_night राह के मुसाफ़िर #लव

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Vikas sharma

White ग़र है रौशनी की चाहत तो ख़ुद ही जलना पड़ेगा
अमावस  के उस पार तो..चाँद को ही निकलना  पड़ेगा

लब्ज़, हंसी, फूल खंज़र सब सजे है बाजार मे
असली सफ़र से पहले.इन पगडंडियों से गुजरना पड़ेगा

जाने किन ख़यालों में अब तक खोये हुये हो
आज नही तो कल.हकीकत से तो मिलना पड़ेगा

सूखे पत्ते, हरे होने में जो अड़ जाये तो
सावन को अबकी बिन मौसम  ही बरसना पड़ेगा

किस्सा केवल सिक्के का है तो अलग बात है
मोतियों के ख़ातिर तो.समुंदर में ही उतरना पड़ेगा

क़लम के  रास्ते भले ही  उतर जाते है  अरमान
इस इबादत में तो, धड़कनों को ख़ामोशी से सुनना पड़ेगा

@विकास

©Vikas sharma
  #good_night_imagइबादत वाला चाँद

#good_night_imagइबादत वाला चाँद #लव

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Vikas sharma

White अभी भी मैदान में है. अब हार क्या.जीत क्या
तिज़ोरी में सब महफूज़ है.मन क्या मनमीत क्या

रुकना जाना या..चलते रहना.खुद के जिम्मे हैं
जुनूँ से जब राह है रौशन.सूर्योदय क्या.सूर्यास्त क्या

अश्रुओं को थामे रखना यूँ आसां तो ना होगा
पहचानना जब मुश्किल हो.ज़ख्म क्या.मरहम क्या

ना वक़्त को ही रोक सका वो ...ना ही उसे
मौसम एक सा है अब, बहारों का.आना क्या.जाना क्या

राख को ग़ौर से जो देखा तो  ये एहसास हुआ
मंज़िल सबकी एक है..ज़मीं क्या.आसमां क्या

रंगों से शायद उभर  ही जाये कोई तस्वीर
ख़्वाब महकते रहे हमेशा, दिन क्या रात क्या

@विकास

©Vikas sharma
  #hindi_poem_appreciation ishq h kya
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Vikas sharma

White तारों को तुम रख लो
तारों के हिस्से तो ज़माना है

चाँद तो है पास मेरे
इसमें हक़... सिर्फ़ हमारा है

©Vikas sharma
  #sad_shayari तारों

#sad_shayari तारों #लव

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