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brrajgaurav2556
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Br.Raj Gaurav

Telecommunications Engineer/Writter insta- Br raj gaurav official

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Br.Raj Gaurav

White चलो काफ़िला उठाओ ले चलो 
मुझे सब सच बताओ ले चलो
कहां पर जिन्दगी का है बसेरा
मुझे अब मत सुनाओ ले चलो"

चलो उस पार दुनिया अजनबी है
यहां सब नक्श मिटाओ ले चलो
मेरी आंखों को मेरे बाद पढ़ना
अभी अपना सुनाओ ले चलो

मेरी औलाद को सब कुछ बताना 
कहानी मत सुनाओ ले चलो
बता देना की "गौरव" शायर था
उसे डायरी पढ़ाना ले चलो!

स्याह रातों की खल्वत खा रही है
मुझे अब दिन दिखाओ ले चलो
एक अरसे से मै सोया नही हूं 
मेरी नींदें लौटाओ ले चलो

चलो काफ़िला उठाओ ले चलो 
मुझे सब सच बताओ ले चलो

©Br.Raj Gaurav ले चलो.......

ले चलो....... #शायरी

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Br.Raj Gaurav

शहर ए मुहब्बत 

तेरे आस्तां से रोते हुए एक शाम लौटे थे!
तेरे बाद तेरे शहर से हम बेनाम लौटे थे!
ज़िक्र जबभी हुआ महफ़िल में शहर ए मुहब्बत का!
आंखे मूंद के कोने में हम गुमनाम बैठे थे!

अनासिर क्या बचा मुझमें क़फ़स अब इश्क़ है मेरा!
रिहाई दे की कब तक आंखों से अंगार बरसेंगे!
एक लुक्मा तेरे हाथों से ना जाने कब मयस्सर हो!
ना जाने कब तलक लब प्यास ए तकसीन तरसेंगे
मेरा ख़ल्वत ए गम ज़िस्त की तकसीम थी जाना
मेरे पहलू तेरे गफलती हमनाम बैठे थे!
ज़िक्र जबभी हुआ महफ़िल में शहर ए मुहब्बत का!
आंखे मूंद के कोने में हम गुमनाम बैठे थे!

मेरी सारी दुआ ले लो मेरे सारे सबर लेलो
ब ख़ैर ओ अफियत खुदा बक्शे मेरी सारी नज़र ले लो!
तुम्हे आबाद करके जल्वतों का तअलुक्क ख़त्म हुआ अपना
की अब हम ख़ुद से रूठे हैं बड़े सुनसान बैठे है!
ज़िक्र जब भी हुआ महफ़िल में शहर ए मुहब्बत का 
की आँखें मूंद के कोने में हम गुमनाम बैठे हैं

17-01-2024

©Br.Raj Gaurav #Path nita kumari Anshu writer Ritu Tyagi manisha Ayushi kumari 
शहर ए मुहब्बत

#Path nita kumari Anshu writer Ritu Tyagi manisha Ayushi kumari शहर ए मुहब्बत #शायरी

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Br.Raj Gaurav

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Br.Raj Gaurav

मेरी आवाज़ में पाकिस्तानी शायरा परवीन शाकिर जी का कलाम ए मुहब्बत
#उसेकहना miss isha

मेरी आवाज़ में पाकिस्तानी शायरा परवीन शाकिर जी का कलाम ए मुहब्बत #उसेकहना miss isha #लव

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Br.Raj Gaurav

मुक्कफ्फल ❤️nita kumari Anshu writer miss isha

मुक्कफ्फल ❤️nita kumari Anshu writer miss isha #ज़िन्दगी

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Br.Raj Gaurav

आज बहुत दिन बाद आसमां की तरफ़ सर उठा के तुम्हारा चेहरा देखा!
मैं आज फिर 5 साल पीछे चला गया था!
 जिस टूटते तारे को देख कर तुमको मांगा करता था!
अब वो तारा भी नही टूटता
शायद थक गया हो टूटते टूटते!
या उसको पता चल गया होगा की अब मेरी तमन्ना मर चुकी है!
आज पूरे दिन तुम याद आई!
क्योंकि आज सुबह तुम सपने में आई थी!
जब आंख खुली और सपना टूटा तो 
मानो ऐसा लगा की मां खेलते दोस्तों के बीच 
से मुझे खींच के घर ले जा रही हो!
आंसू सूख चुके है आंखों के 
अब बस दिल में टीस उठती है
मन कचोटता है!
इंसान भूलने की कोशिश इसलिए करता है 
क्योंकि वो भूलना नहीं चाहता!
तुम जहां कहीं भी हो
मेरे हक़ में दुआएं करना!
यहां कुछ जिम्मेदारियां मेरी सरपरस्त है
इनको पूरा करके आऊंगा तुम्हारे पास!
काश तुम होती तो मैं रो पाता दिल को सुकून आता!
अब चलता हूं आज के लिए इतना ही!

©Br.Raj Gaurav #Khushiyaan nita kumari miss isha Anshu writer nita kumari miss isha

#Khushiyaan nita kumari miss isha Anshu writer nita kumari miss isha #ज़िन्दगी

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Br.Raj Gaurav

अंधेरे से इश्क़ समझ जाओगे जिस दिन!
सारी शिकायते दरिया में डाल आओगे उस दिन!
किसी की आंख का तारा हुआ करते थे तुम भी!
यही कहते हुए आसमां के हो जाओगे एक दिन!

©Br.Raj Gaurav
  #अंधेरे_से_इश्क़  nita kumari Anshu writer writer kiran marskole Ayushi kumari

#अंधेरे_से_इश्क़ nita kumari Anshu writer writer kiran marskole Ayushi kumari #कविता

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Br.Raj Gaurav

अब रातों की खामोशी आवाज़ हुई है!
तबियत शायद अब थोड़ी नासाज़ हुई है!
इन खेतों का सूखापन बतला देता है!
इस बार भी बादल से धरती नाराज़ हुई है!

अंधेरों ने परछाई से यारी कर ली
किस्सागोई की दुनिया आबाद हुई है
राही को सेहराब समंदर लग जाता है
प्यास हमारी अभी अभी तेज़ाब हुई है!
इन खेतों का सूखापन बतला देता है
इस बार भी बादल से धरती नाराज़ हुई है!

अबकी बार जो चिट्ठी लिखना पूरी लिखना
हमे बताना कहां कहां बरसात हुई है
हम मुट्ठी में जुगनू भर के ले आयेंगे
हमें सीखाना रोशनी कहां इज़ाद हुई है
मेरा लिखा समझ सको तो इतना कहना
इस बार भी बादल से धरती नाराज़ हुई है!
✍️BR. RAJ GAURAV❤️

©Br.Raj Gaurav #kitaabein
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Br.Raj Gaurav

बेचारा कहां जानता है!
खलिश है ये क्या ख़ला है!!
शहर भर की खुशी से!
ये दर्द मेरा भला है!!💔
रात के 3 बजने वाले है! आंख और दिमाग में जंग चल रही है!
लेकिन जब तक सुबह नहीं होगी ये दिमाग आंखो को जीतने नहीं देगा! 
सुबह होते ही ये आंखें ख़्वाबों को अलविदा बोल के सुकून से सोएंगी!
लगता है एक अरसा हो गया चैन से सोये!
अधूरापन और खालीपन आदमी को दूसरों की नज़रों में गाफिल बना देता है! लेकिन महसूस करने वाला ही उस पीड़ा को समझेगा! 
ज़िन्दगी के उस पड़ाव पर हूं जहां ख्वाहिशों को भूल के सिर्फ जरूरतों के लिए जीना पड़ रहा है!
बहुत कुछ करना चाहता हूं! कोशिश भी करता हूं बहुत कुछ करने की लेकिन!! लेकिन क्या??
लेकिन ये खालीपन मेरा पीछा नहीं छोड़ता!
खुशियां रास नहीं आती, शोर और भीड़ मुझे चिढ़ाते है, उजाला आंखों को चुभता है!
और भी बहुत कुछ महसूस करता हूं अपने अधूरेपन में लेकिन लिख नहीं पाता हूं!
मै तो ऐसा नहीं था,, मै तो ये हूं ही नहीं, 
मै कही खो गया हूं समय की भीड़ में जहां से चाह के भी लौट नहीं पाऊंगा!
क्यूंकि दर्द साथ नहीं छोड़ता और सब्र साथ नहीं दे रहा है!
ऐसा लगता है किसी ने बिना नाविक के नाव के पीछे किसी लाश को बांध के छोड़ दिया हो! और वो धारा के साथ बहे जा रही हो!
खुश रहता हूं तो डर लगता है बहुत डर लगता है ! जैसे खुशी कर्ज हो कब कोई शख़्स मुझसे इस खुशी का तगादा कर दे और मेरे हिस्से मेे बस मेरा गम बच जाए!
खैर तुझसे कोई शिकवा गिला नहीं है ज़िन्दगी!
तेरी जितनी औकात है तू दे ही रही है फिर चाहे वो खुशी हो गम हो या समझौते💔
तू नहीं समझेगी की इतनी रात के सन्नाटे में जब कोई कान में इयरफोन लगा के ये गाना सुनता है तो उसपर क्या बीत रही होती है!
""मैंने दिल से कहा ढूंढ़ लाना खुशी
 नासमझ लाया गम तो ये गम ही सही""

©Br.Raj Gaurav अधूरापन

अधूरापन

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Br.Raj Gaurav

इन आंखो को अब सुला दो ना!
मुझे अपने देस बुला लो ना!
मै अपनों में ही गैर सा हूं!
फ़िर सीने से मुझे लगा लो ना!
इन आंखों को सुला दो ना!
मुझे अपने देस बुला लो ना!

तारों के देस में रहने वाले
एक रोज ज़मीं पे लौटो ना!
मै टूट के बिखरा हूं देखो
कभी आओ मुझे समेटो ना!
मै सबके दर्द का ताज़ीर हूं!
मुझे अपनी हंसी बना लो ना!
इन आंखो को अब सुला दो ना!
मुझे अपने देस बुला लो ना!

तेरा चेहरा हर एक चेहरे में 
हर रोज तलाशा करता हूं!
तुम क्यों आंखो से ओझल हो!
आओ दीदार करा दो ना!
मै सन्नाटों के शोर सा हूं
कभी दिल से मुझे सदा दो ना!
इन आंखो को अब सुला दो ना!
मुझे अपने देस बुला लो ना!
BR.RAJ GAURAV
29-10-2020 इन आंखों को अब सुला दो ना Ayuषी Sheetal Buriya Kiran Marskole/ Annu Gopi Mishra

इन आंखों को अब सुला दो ना Ayuषी Sheetal Buriya Kiran Marskole/ Annu Gopi Mishra #शायरी

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