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क्षिति जल पावक गगन समीरा पंच तत्व यह अधम शरीरा हर शरीर में एक कलाकार है उन्हीं के तरह मैं भी एक छोटा मोटा कलाकार हूँ मैंने आपनें भावों को कागज पे उकेरा हूँ और ये शब्द मेरे पहचान हैं शब्द अगर अच्छे लगे तो लाइक करना और फॉलो करना........💐