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ankitsingh5380
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Ankit Singh

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Ankit Singh

Every child is distinguished
that would make him notable,
 
But rather pushing on his way,

 we suppress his potential to impose our own aspirations. #childhood #life
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Ankit Singh

Be Deserving,

more than
Desirous.

 #life

life

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Ankit Singh

कुछ लोगों के संघर्षों और अभावों को देखकर लगता है शायद जिंदा रहने के लिए सिर्फ प्राण ही काफी है। #life #poetry #humanity

life poetry #HUmanity

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Ankit Singh

'Sorry' is like a child's eraser...
You should become a "pen user". #life #attitude #thoughts

life #Attitude thoughts

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Ankit Singh

Infront of the mirror,

 To see what you are from outside is not enough,

 To see what you are from inside is important. #travel #insideout  #deep #faces
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Ankit Singh

फूल–सा खिला ये चेहरा

हमने आसुओं से सींचा है,
और
भाग्य की ये लकीरें पहले थी नहीं...,

इसे अपने हाथों से खींचा है। #life #inspiration #travel #poetry

life #Inspiration #Travel poetry

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Ankit Singh

इस बसंत है मंजर मौत का खिला,
हर किसी को है सियासत से गीला,

इसमें दर्द तो फूलों को है मिला,
मगर...

क्या दोष सिर्फ मालियों का है,
अगर नहीं... 

      तो बेवक्त की बारिश में बेफिक्री का ये सबक... 
 है दोनो को मिला।। #life #poetry #politics #learning #thoughts

life poetry #Politics #Learning thoughts

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Ankit Singh

वक्त की ऐसी आंधी चली,
उमड़ पड़ा शमशान।

जब इंसानियत हीं मर रही,
तो कैसे बचे इंसान।। #life #poetry #time #humanity #travel

life poetry #Time #HUmanity #Travel

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Ankit Singh

मैं जो हूं...
वो बताऊं कैसे,

पर जो गम है...
 उसे छुपाऊं भी कैसे।

मुझे घायल... तूने ही तो किया है,

अब ये घाव तुम्हें दिखाऊं तो कैसे।।
 #life #diary #poetry #travel

life #diary poetry #Travel

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Ankit Singh

हमारी ये जनता कितनी है भोली,

दो कर दो वादे, दिखा दो ख्वाब, 
फिर हमेशा तुम्हें रखेगी याद।

चाहो तो कर दो तुम  इसका अपमान,
फिर आसुओं के छलक से बढ़ेगा सम्मान।

बातों से भर दो जब इसका पेट,
फिर न करो तुम वर्ष भर भेंट।

जब बारी आएगी वोटों की, तो कर देना बारिश नोटों की,
तब तक तुम रखो अपना ध्यान, क्योंकि करना है समाज का कल्याण।

अगर तुम देते हो इसे रोजगार, 
तो कौन करेगा तुम्हारा प्रचार।

उसे जीतने को काफी है मीठी बोली,
हमारी ये जनता कितनी है भोली।

 #life #poetry #politics

life poetry #Politics

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