मैं पहाड़ से हूं, थोड़ा शांत स्वभाव से हूं,,
लोग बड़ा पर्वत समझते है मुझे, पर मैं उत्तराखंड से हूं,,
क्या सुंदर नज़ारे है यहां, मैं हिमालय नंदादेवी से हूं,,
बहती है जहां से गंगा, मैं उन पर्वतों से हूं,,
#story#पहाड़ी#हिंदी#कविता#दिलसे#uttrakhand#pahadi
चांद भी पूरा नजर आया है, तेरी याद भी बहुत आयी है,,
तेरा चंचल सा चेहरा भी आज मुझे मेरे ख़यालो में नजर आया है,
तेरी बातें भी मुझे आज हसाने आयी है,,
मेरे घर के कमरे ने भी तेरे बारे में पूछा है,
कहता है फिर इस दीवाली तेरा घर उसके बिना सुना है,,
#Love#Diwali#Hindi#writer#nojotohindi#mohabbat#storytelling#yaade