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pranaydevtare3297
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Shree Shayar

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Shree Shayar

हनुमान,,माता अंजनी से पूछें 
माते
शिव कठोरता पर शब्दों में प्रकाश डालिए 
माता,, शिव अपनी जटाओं में भगीरथी समाएं बैठीं 
हनुमान,,
भगीरथी साक्षात गंगा हुईं शीतल निर्मल जल की धारा
माता,, शिव की कठोरता इसका संबंध भी व्याख्या से हो
हनुमान,, वियोग 
कैसा वियोग,, माता 
शिव शक्ती तत्व में हैं जो एक दूसरे के पूरक जाने वाले 
जब शिव शक्ति को स्वयं में देखें तब वियोग उत्पन्न हो
भागीरथी जटाओं में विकराल रूप धारण करके 
शिव को महाकाल स्वरूप देतीं इसलिए शिव कठोर है 

जय श्री महाकाल

©Shree Shayar श्री

श्री #विचार

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Shree Shayar

White 
श्री,,
यार अब तुम न इंतज़ार करो,,

पास आओ हमारे प्यार करो/

दावत ए इश्क़ भी ब ख़ूब रही,,

हुस्न से  फ़ासले  हज़ार  करो//2

आप तो  इश्क़ हैं  न की पत्थर,,

चाह में हुस्न  की  पुकार करो//3

मांगे तो भीख होगी बिन मांगे,,

चाहिए इश्क़ तुम निसार करो//4

हुस्न की हर अदा रही शामिल,,

ऐ मेरे सूफ़ी ग़ज़ल ए चार करो//5

आज़ कांसा ज़िगर से लग जाए,,

फ़िर तो  सूफ़ी न  इंतज़ार  करो//6

देखिए तोहमत ए इश्क़ ए श्री,,

चाह ए इश्क़ में लो प्यार करो //7

श्रीधर श्री 

उज्जैन मध्यप्रदेश

©Shree Shayar शिवा

#love_qoutes
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Shree Shayar

White श्री,,

आंखों में प्यार तो दिखा ही नहीं,,

लगता है मुझको चाहता ही नहीं//1

इश्क़ में ऐसा भी कभी हो भला,,

मैं इबादत  करूं  ख़ुदा  ही नहीं //2

ना गया इश्क़ उसके दिल तक,,

पर ख़ुदा बन गया पता ही नहीं//3

उसके आशिक़ हज़ार पाए गए,,

मुझसा  होगा उसे  लगा ही नहीं//4

मैं बहुत बदनसीब हूं ए ख़ुदा,,

तू इबादत से भी मेरा था ही नहीं//5

शेर संजीदगी से बांधे गए,,

इस ग़ज़ल से ख़ुदा बॅंधा ही नहीं//6

एक किस्सा जरूर मै ने सुना,,

श्री कभी ज़िक्र को रहा ही नहीं//7

श्रीधर श्री

उज्जैन मध्यप्रदेश

©Shree Shayar श्री 
#Sad_Status
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Shree Shayar

White श्री,,

हमें हर  रंग में  ऐसी  अदा  से  ढालती  हैं

नुमाॅं तस्वीर  से पूछें  बता क्या हम वही हैं//1


पलक झपकी नहीं  की चेहरे बदले गए है,,

हमें आईना रखने की ज़रूरत लग रही हैं//2


कहीं आईना रखकर अक़्स देखें दो घड़ी को,,

मिली सीरत को दिल में छुपाएं बन पड़ी हैं//3


यहां सीरत हुईं इतनी कहां तक हम छुपाएं,,

सजाए बैठीं दिल का कोना-कोना बेबसी हैं//4

श्रीधर ,, श्री

उज्जैन मध्यप्रदेश

©Shree Shayar श्री 

#wallpaper
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Shree Shayar

Life Like ताज़ा तरीन ग़ज़ल
पेश ए ख़िदमत

हो गया रस्ता जहां पांव बढ़ा होता है,,

चलते जाइएगा  मंसूबा  बड़ा होता है//1

मिल गई मंजिले तो ओहदा भी होगा वहीं,,

उस सुक़ूं के  बाद कुछ और बड़ा होता है//2

एक से एक यहां ओहदे देखे जाएं,,

नाम हैं इतने गिने जाएं तो क्या होता है//3

एक ही नाम लिखी शोहरतें सारी श्री,,

जो ख़ुदा है यहां पत्थर पे लिखा होता है//4

श्रीधर श्री
उज्जैन मध्यप्रदेश

©Shree Shayar shree

#Lifelike
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Shree Shayar

बस दिया चाहिए रोशनी के लिए,,

वरना वीराने  हो  चांदनी के लिए,,

गुनगुना लेंगे हम  बंदगी से  कमी,,

रह गई ज़िन्दगी   रागनी के लिए,,

©Shree Shayar श्री 

#Reindeer
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Shree Shayar

जाने क्या क्या हम से इस दुनियां में दिलबर हुए,,
पेंचकस से कुछ तो प्लायर तुम मगर शायर हुए//1

शायरी में बिखरी यह जो तिश्नगी हम ही से क्यूं,,
चांद जैसे  सुर्ख़   रोशन  लफ़्ज़ शब ए सर हुए//2

ग़ौर कीजिए चांद के दामन में हों जो दाग़ भी,,
यह वफा ए इश्क़  उलफ़त ए ज़फा से घर हुए//3

हम वफ़ा हैं हम ज़फा हैं दो किनारे दरिया के,,
पार हैं  हम से नतीजे   देखें  जब  मंज़र हुए//4

देखिए आबाद भी बरबाद ग़ुलशन हर जगह
इश्क़ हम से करते हम से प्यार करने पर हुए//5

श्रीधर श्री
उज्जैन मध्यप्रदेश

©Shree Shayar श्री 
#ramadan
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Shree Shayar

sunset nature 221--2121--1221--212

हम आपके  लिए   किसी के  साथ  हो लिए,,

अब सफ़र रह गया कहीं और आप सो लिए//1

221--2121--1221--212

वह  साथ  राहों   जैसा   हमारी  वफ़ा  में  है,,

जब तक  के पाॅंव  बढ़ते  रहें  आगे जो लिए//2

221--2121--1221--212

हम मुड़  गए वही राह  मुड़  जानी  इशारे पर,,

मंज़िल बताए  दो घड़ी  को हम  भी सो लिए//3

श्री

©Shree Shayar श्री 

#sunsetnature
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Shree Shayar

दिल कहीं  बाग़ लगे ख़ुद आग   लगा देते हैं

दिलजले   यूं  भी  बहारों  को  सज़ा  देते  हैं

की   लिपटकर  बहारीं    से   पतंगें  हरदम,,

दम निकलने के  तलक सबको मजा देते हैं

©Shree Shayar #teatime
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Shree Shayar

जब जब हालात मुझे पिटते घबराता हूं,,

शमशीर कभी ज़ेवर  बनकर इतराता हूं

बुत सा  सजने   वाला आईना  देखूं तो,,

ख़ुद से हुआ खिलवाड़ तो क्या नज़र आता हूं,,

©Shree Shayar श्री

#ArjunLaila
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