दोस्ती उसी से करो..
जो
दोस्ती निभाने का औकाद रखते हों II
Himanshu Singh
बिछड़े हैं कुछ दोस्त इस कदर..
यकीन मानो यकीन नहीं होता II
Himanshu Singh
मेरे हालातों पे हस मत ए दोस्त,
जितनी बार तूने कोशिस भी नहीं की
उतनी बार मे हार के खड़ा हो चुका हूँ II
Himanshu Singh
तमन्नाओं से भरी हो जिंदगी,
ख्वाहिशो से भरा हो हर पल,
दामन भी छोटा लगने लगे,
इतनी खुशियां दे आपको आने वाला कलII
जन्मदिन की ढ़ेर सारी शुभकामनाएं
Himanshu Singh
जिस पर आँख बन्द करके भरोसा करो.. साला वही हमारी आँखे खोल देता हैं II
Himanshu Singh
ग़द्दार दोस्त से तो
ईमानदार दुश्मन अच्छा
Himanshu Singh
खामोश चेहरे पे हजारो पेहरे होते हैं,
हस्ती आँखों में ज़ख़्म हज़ारो होते हैं I
जिनसे अक्सर रूठ जाते हैं हम, असल मे उन्हीं से हमारे रिश्ते गहरे होते हैं II
Himanshu Singh
मैं भिखारी भी बन जाऊँ तेरी खातिर I
कोई डाले तो सही मेरी झोली मे तुझे II
Himanshu Singh
इतने खाली खाली से है कि ग़म से भरे गए.
सब को समेटने वाले हम आज खुद बिखर गए II
- दोस्ती
Himanshu Singh
गलतियां भी होगी और गलत भी समझा जाएगा I
यह जिंदगी है जनाब.. यहा तारीफे भी होगी और कोसा भी जाएगा II