वह जो भाग रहा है, जरा पूछो बदहवास क्यों है।
आज तो खुशी का मौका है, फिर उदास क्यों है।।
सारे रास्ते भी दौड़ रहे हैं और राही भी परेशान हैं।
गर सब ठीक है, फिर मौत का अहसास क्यों है।।
कलतक एक हुज़ूम हुआ करता था इन रास्तों पर।
आज सारा सुनसान है, ऐसा गहरा आघात क्यों है।। #Shayari#stay_home_stay_safe
हे, वीणा वाली माँ मेरी शारदे।
ना जाए तेरे दर से कोई खाली,
माँ मेरी, तू सबकी झोली भर दे।।
कुछ ऐसा कर तू कमाल माँ,
सारा जग अब तू संभाल माँ।
ना लड़े अब कोई इस जहाँ में,
माँ मेरी तू सबको यहीं वर दे।।
Om Prakash Kumar
#तेरे इंतज़ार में हम अबतक जवां बैठे है।
ये अलग बात है कि सबकुछ गवां बैठे है।।
अब तो मर्ज़ी है तेरी तू आये या ना आये।
पर हम राह में तेरी बन के हमनवा बैठे है।।