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shravannirwan7036
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Shravan Nirwan

जीवन छोटा सा है,इसलिये पल पल का ख्याल रखता हूँ।

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Shravan Nirwan

corona virus

corona virus #बात

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Shravan Nirwan

जिसे खांसी-जुखाम है अपना मूँह मास्क,रुमाल,गमछे, दुपट्टे या हिजाब से ढके।
अन्य लोग बचने के लिये दूर रहें और मुंह भी ढके।हाथ न मिलाएं और न ही गले मिलें,दूर से ही नमस्कार करें।चेहरा ,नाक,आँख और मूँह को  बार बार न छुएं।हाथ जेब में रखें,दरवाजा खोलने के लिए कन्धे और कोहनी का प्रयोग करें।अनावश्यक बाहर न जाएं।जाना भी पड़े तो घर आकर हाथ साबुन से अच्छी तरह धोयें।करेंसी नोट गिनने और छूने से बचें।बच्चे और 60 वर्ष की उम्र से अधिक के लोग अस्पताल जाने से बचें।खाँसने छींकने के समय रुमाल और टिश्यू पेपर का प्रयोग करें।लगातार गर्म पेय पथार्थों का सेवन करें, ठंडे पदार्थों के सेवन से बचें।रूटीन चेकउप हेतु अस्पताल जाना बंद करे।झुण्ड बनाकार हुक्का पीना और ताशखेलना बन्द  करें। 22 मार्च को जनता कर्फ्यू को सफल बना कर कोरोना वायरस को देश से मिटायें। कोरोना वायरस से बचें।  Neeraj sharma Altaf Raja Raju bhai  Rajesh Kumar jatin uniyal

कोरोना वायरस से बचें। Neeraj sharma Altaf Raja Raju bhai Rajesh Kumar jatin uniyal #बात

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Shravan Nirwan

बात निकली है तो दूर तक जाएगी,,,
भृष्टाचारियों ने देश को खोखला कर दिया।
गरीबों को थोड़ा सा निवाला क्या दे दिया,सुखचैन छिन गया।
नीरव मोदी
विजय माल्या
लाइन लम्बी है ,,,
न जाने कितने लोग हैं
तब ऐसी बैचेनी नहीं देखी गई। बैचेन

बैचेन

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Shravan Nirwan

​ध्वजारोहण (Flag Hoisting) और झंडा फहराना (Flag Unfurling)

15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस वाले दिन राष्ट्रीय ध्वज को ऊपर खींचा जाता है और फिर फहराया जाता है। इसे ध्वजारोहण कहा जाता है। वहीं 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस वाले दिन राष्ट्रीय ध्वज ऊपर बंधा रहता है। उसे खोलकर फहराया जाता है जिसे झंडा फहराना कहते हैं। अंग्रेजी में ध्वजारोहण के लिए Flag Hoisting और झंडा फहराने के लिए Flag Unfurling शब्द का इस्तेमाल किया जाता है।

 फ्लैग

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Shravan Nirwan

​ध्वजारोहण (Flag Hoisting) और झंडा फहराना (Flag Unfurling)

15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस वाले दिन राष्ट्रीय ध्वज को ऊपर खींचा जाता है और फिर फहराया जाता है। इसे ध्वजारोहण कहा जाता है। वहीं 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस वाले दिन राष्ट्रीय ध्वज ऊपर बंधा रहता है। उसे खोलकर फहराया जाता है जिसे झंडा फहराना कहते हैं। अंग्रेजी में ध्वजारोहण के लिए Flag Hoisting और झंडा फहराने के लिए Flag Unfurling शब्द का इस्तेमाल किया जाता है।

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Shravan Nirwan

Happy New Year नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।

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Shravan Nirwan

निराशा और हताशा को यहीं छोड़ दें,सुखद और समृद्ध सपनों के साथ आगे बढ़ें। मैंने कोशिश की कि जो  अच्छा लगे वही लिखा फिर भी कोई आहत हुआ तो क्षमाप्रार्थी हूँ।अब तक जुड़े साथियों में से जो उदासीन हैं उन्हें अलविदा कहना चाहूँगा और नए साथियों के साथ नई बातें होगी।आप सब का मेरे प्रति सकारात्मक रवैया रहा हालांकि कुछ का नहीं रहा उन्हें अलविदा  कहना पड़ा।आपका बहुत बहुत धन्यवाद और आभार।मैं आप सब के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूँ।नया साल आपके जीवन में खुशहाली लेकर आये।आप सब स्वस्थ रहें ।यही प्रार्थना मैं ईश्वर से आपके लिये करता हूँ।एक बार फिर से नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं। नव वर्ष की हार्दिक शुभकानाएं।

नव वर्ष की हार्दिक शुभकानाएं।

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Shravan Nirwan

हम भारत के लोग भारत को संपूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता प्रतिष्ठा  और अवसर की क्षमता प्राप्त करने के लिए तथा उन सब में व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्रीय एकता, अखंडता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने के लिए दृढ़  संकल्पित है। संविधान

संविधान

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Shravan Nirwan

सन्नाटा पसरा है!
                                                                        काल हँस रहा है!
                                                                                                      अब तो विद्वान और विदुषी  मौन है
                                                                     आखिर समय के साथ खड़ा कौन है

एक और  ठप्पा भी  जरूरी है
                                                                         यहाँ  जीना है अगर तो जरूरी  है
                                                                         यही सुन पा रहा हूँ ,पढ़ पा रहा हूँ,देख पा रहा हूँ
                                                                        इतना क्रंदन ,इतना कोलाहल झेल नहीं पा रहा हूँ                               
                                                                           मैं उससे चाहूँ  अब आखिरी   बार

मुझे इंसान ही बनाना  तू  हर बार
                                                                       
                                                                                   🖋️श्रवण निर्वाण इंसान

इंसान

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Shravan Nirwan

1957 में बनी फिल्म "प्यासा" का गाना आज भी नया लगता है।
ज़रा इस मुल्क के रहबरों को बुलाओ ये कूचे ये गलियां ये मंज़र दिखाओ जिन्हें नाज़ है हिन्द पर उनको लाओ जिन्हे नाज़ है हिन्द पर वो कहाँ हैं कहाँ हैं, कहाँ हैं, कहाँ हैं प्यासा

प्यासा

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