Nojoto: Largest Storytelling Platform
navneetsinghkash9336
  • 299Stories
  • 2.1KFollowers
  • 3.2KLove
    24.0KViews

Navneet Singh kashyap

I only write my feelings........ heartless

  • Popular
  • Latest
  • Video
6b24ac03cceb17065ee14efd78631220

Navneet Singh kashyap

Tujhe Najam Samajh Kar likhta hoon, 
Tujhe hi padh kar sukoon Milta Hai

waise toh mujhe likhane ka koi Shauk Nahin...

Par tere diye jakhm Yad Aate Hain 
Aur Mujhe likhane ka Junoon Milta Hai



रिया शुक्ला












.

©Navneet Singh kashyap #alone
6b24ac03cceb17065ee14efd78631220

Navneet Singh kashyap

मासूम था और ऊपर से लोगों की
 वो बातों में भी आया करता था

उसे भी हमने खो दिया जिसको
दिल खोने से घबराया करता था

देखो मेरी ये पुरानी तस्वीर
ये लड़का भी मुस्कुराया करता था

©Navneet Singh kashyap
6b24ac03cceb17065ee14efd78631220

Navneet Singh kashyap

खराब ऐब और चंद मुश्किल सावलों पर
 मैं लिखकर याकिन दिलता रहा अपने हालो पर

अब खुशियां ढूंढू कहां मैं वहां भी गमजादा रहा
जहां थी जुल्फे माथे पर और उसकी उंगलियां गालो पर

जिसको चाहा लिया मैंने उसे अपना बनाकर छोड़ा
ये हुनर ​​होता है दीवानों पर ये लिखने वालों पर

©Navneet Singh kashyap #selfhate
6b24ac03cceb17065ee14efd78631220

Navneet Singh kashyap

papa ❤ #Papa #Love #poem #nojohindi #ownvoice #SAD
6b24ac03cceb17065ee14efd78631220

Navneet Singh kashyap

6b24ac03cceb17065ee14efd78631220

Navneet Singh kashyap

Trust me जितना पूछा " मैंने उतना ही बताया है "

यह तो मेरा दिल ही जानता है कि मैंने क्या-क्या छुपाया है 

👍मेरी तस्वीर और हकीकत में फर्क है दोस्त✌

अब तो यह चित्रकार ही बताएगा 
कि उसने कौन सा रंग चढ़ाया है

©Navneet Singh kashyap #trustme
6b24ac03cceb17065ee14efd78631220

Navneet Singh kashyap

#PoeticAntakshri
6b24ac03cceb17065ee14efd78631220

Navneet Singh kashyap

क्यों तू हिचकियां से कर नहीं पाता फैसला
 याद क्या तेरी जमाने को आती है

©Navneet Singh kashyap #YouNme
6b24ac03cceb17065ee14efd78631220

Navneet Singh kashyap

मुसलसल है कोशिश उसके दरमियां रहने की
जिस घर की है आरजू सिर्फ मकान रहने की

भला कितना छुपाए इस चेहरे से और
दिल की है आदत परेशान रहने की

©Navneet Singh kashyap #darkness
6b24ac03cceb17065ee14efd78631220

Navneet Singh kashyap

जब मिला तब यह घाव लगा कर देखता रहा
 मुझे किसी और के बारे बता कर देखता रहा

 खुद को मारने का कोई सबूत ना छोड़ा मैंने
 रोज आईने से कातिल मुस्कुरा कर देखता रहा

©Navneet Singh kashyap #rain
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile