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Saurabh Singh
ना तुम मेरी मजबूरी हो, ना मै मजबूर हूं... ये जालिम वक्त का खेल है, की मै तुमसे दूर हूं! -saurabh
Saurabh Singh
पत्थर से तराश कर तुझे खुदा क्या किया,
पहली फुरसत , और मुझ पर ही बरस पड़े !
-saurabh #शायरी
Saurabh Singh
तड़प क्या होती है आरजू की, मुझसे पुछों,
न किसी से कह पाता हूं, न ये चुभन सह पाता हूं,
न चलना आसान है, न रुकना मुमकिन मेरे लिए,
सिलवटों में भी अब अश्क पनाह लेने लगे है, #शायरी
आहट सी कोई आए तो लगता है कि तुम हो
साया कोई लहराए तो लगता है कि तुम हो
#jannisarakhtar ~Death Anniversary #शायरी
Saurabh Singh
हा! मै तुम्हे हर रोज भूलता हूं, ताकि हर रोज तुम्हारी याद आएं...
भला ये कैसी जुदाई है, एक ओर दर्द है, दूजे पर तन्हाई है,
तुम्हे भूलना! मयस्सर नहीं, तुम्हे याद रखना भी दुखदाई है,
इससे अच्छा तो जेसीबी की खुदाई है, ना भूलने की जेहत, न रुसवाई है, 😂
#jcbkikhudai#jcb#बज़्म#शायरी