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mukesh6309336483517
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kavi mukesh gogdey

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kavi mukesh gogdey

White प्रीत की लगन,असीम,अटूट हो जाये।
दिली हसरतें सारी एकजुट हो जाये।
करवाचौथ की छलनी से निहारे दोनों,
सात फेरों की कसमें अपूट हो जाये।
                कवि मुकेश गोगड़े






अपूट- जिसमें कोई खोट या मैल न हो

©kavi mukesh gogdey #karwachouth 
#dilihasrate
#सातफेरे
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kavi mukesh gogdey

निगाह,लब कत्ल कर जाते। 
आवाम शहर कहाँ सर उठाते?
लख्त-ए-दिल कबूल होता गर। 
शान से सर हम भी कटाते।। 
              मुकेश गोगडे

©kavi mukesh gogdey #इश्क
#मुकेशगोगडे
#दिल
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kavi mukesh gogdey

रंजीदा नब्ज़ से रवानी निकाल लाना।
रेतीले दरिया से पानी निकाल लाना।
हुनरबाज़ी के बिना आसान नही होता।
ग़ुमराह दिल से कहानी निकाल लाना।।
                 कवि मुकेश गोगडे

©kavi mukesh gogdey #penorama
#kurukshetra 
#khoj
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kavi mukesh gogdey

White लहज़े पर अभी बहुत काम करना है।
बेहतरीन लब्ज़ों का इंतजाम करना है।
बेड़ियाँ बहुत है पाँव जकड़ने वाली,
इन बेड़ियों का काम तमाम करना है।।
           कवि मुकेश गोगडे

©kavi mukesh gogdey #sad_quotes 
#FreedomFighter
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kavi mukesh gogdey

White बुलंद दरवाजे की तह से निकलकर आया है।
जुनून ये किसी शह से निकलकर आया है।
कदम-कदम की मुश्किलों को चकनाचूर करने।
सरकश भी किसी दह से निकलकर आया है।
             कवि मुकेश गोगडे

सरकश-विद्रोही

©kavi mukesh gogdey #alone_quotes
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kavi mukesh gogdey

सत्य के अनुबंधों में,बँधा हुआ है देश।
लोकतंत्र में मजबूती,ख्याति है विशेष।
सविंधान के प्रेणता,"बाबा"तेरी ज्योति से,
नर-नारी धन्य है,प्रकाशित हर प्रदेश।।
              कवि मुकेश गोगडे

©kavi mukesh gogdey
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kavi mukesh gogdey

Year end 2023 *नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं***

वक्त तुझे कुछ याद के मायने बताता हूँ।
दिल के कुछ अज़ीज़ किस्से सुनाता हूँ।
कल तो तू चला जाएगा छोड़कर मुझे,
आज की शाम तेरे साथ गुनगुनाता हूँ।
    कवि मुकेश गोगडे

©kavi mukesh gogdey #YearEnd
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kavi mukesh gogdey

खुदग़र्ज़ी के नाखून,बढ़ा रहे है लोग।
खुरच-खुरच ज़ख्मों से,खा रहे है लोग।
आदमी है,पर आदमी की जात ना रही।
वहशी दरख़्तों की शाखें,बढ़ा रहे है लोग।
कवि मुकेश गोगडे

©kavi mukesh gogdey #ChainSmoking
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kavi mukesh gogdey

लाज गई लाजवंती गई।
दीया बुझा बत्ती गई।
कुनबा लगा इज्ज़त पर,
शर्त पर रत्ती-रत्ती गई।।
कवि मुकेश गोगडे

©kavi mukesh gogdey #IndvsAusLiveMatch
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kavi mukesh gogdey

दिल की दिवाली में ना पैसो की होली करना। 
खुशियों को फेलाना उसे ना हमजोली करना। 
डराने आये ख़ामोशी अगर अंधेरों की तुम्हें,
चराग़ बनके उनके साथ में ठिठोली करना।।
कवि मुकेश गोगडे

©kavi mukesh gogdey #ShubhDeepawali
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