"यूँ जो तकता है आसमान को तू कोई रहता है आसमान में क्या"
"लफ़्ज़ अनकहे 2.0"
ठीक एक साल बाद फिर से मिलेंगे हम सब, ख़ुशी इस बात की है की साहित्य,कला फिर चाहे वो जो चेहरा पहने हो पसन्द की जा रही है ।
हर साहित्य, कला प्रेमी के लिए "लफ़्ज़ अनकहे 2.0"
Come perform, experience and enjoy the place and stage for artists and art lovers.
13th may 2019, Monday
Super 9 play club
7 pm in the evening